कोशी तक / सिंहेश्वर मधेपुरा:- मधेपुरा में बिहार का प्रसिद्ध देव नगरी बाबा सिंहेश्वर घाम में मंदिर को सुचारू रूप से चलाने के लिए कमिटी के गठन के बाद मंदिर न्यास समिति के सदस्य चयन को लेकर भारी विवाद हो गया है। साथ ही न्यास में कुंडली मार कर बैठें पंडा समाज के एक सदस्य संजीव ठाकुर का न्यास कार्यालय में शराब पीते भीडीयो वायरल होने के बाद वर्तमान राजद विधायक चंद्रहास चौपाल ने धार्मिक बोर्ड और न्यास के अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि चयन प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई है। उन्होंने कहा पोप है रोम का मधेपुरा है गोप का और मधेपुरा के उसी जाति समूह को इससे वंचित रखा गया है। उन्होंने पूर्व विधायक और मंत्री रमेश ऋषिदेव पर आरोप लगाया है कि उनके प्रभाव के कारण ऐसा हुआ है।
वही इस बाबत पुर्व मंत्री डा. रमेश ऋषिदेव ने कहा हमारे नेता नितिश कुमार जात की नही जमात की राजनीति करते हैं। वे हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी के साथ सभी के विकास के लिए तत्पर रहते हैं। वे ना किसी को फंसाते हैं। ना ही किसी को बचाते हैं। इस तरह का अनर्गल आरोप लगाने से पहले जनता को अपने 5 साल का हिसाब तो दे। उन्होंने कहा इनके समय में जितने भी योजना हुए सभी इनके अपने ही दो संवेदक ही किये। और सभी योजना भ्रष्टाचार का शिकार हो गया है। सभी टुट रहे हैं। इसकी जांच कर कार्रवाई की मांग भी कर दी है। इस आरोप प्रत्यारोप का मुल घटना क्रम।सिंहेश्वर मंदिर पर विधायक का कटु सत्य
-वर्तमान विधायक चंद्रहास चौपाल के आरोप:
- न्यास समिति के सदस्य चयन में अनियमितता हुई है।
- मधेपुरा के एक बड़े जाति समूह को वंचित रखा गया है।
- नए सदस्यों का चरित्र दागी है।
- कमिटी को पुनः नये सिरे से अच्छे व्यक्ति का चयन हो।
- स्थानीय लोगों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी हो।पुर्व मंत्री डा. रमेश ऋषिदेव का जबाब
जदयू जिलाध्यक्ष सह पुर्व मंत्री रमेश ऋषिदेव का जवाब:
- विज्ञापन के माध्यम से समिति का गठन हुआ है।
- जो लोग आवेदन किए थे, उन्हें चुना गया है।
- वर्तमान विधायक का आरोप राजनीति से प्रेरित है।
- विधायक जी जनता के सवालों का जवाब नहीं दे पाते हैं, इसलिए मुद्दे को भड़काने के लिए ऐसा बयान दे रहे हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
- यह विवाद मधेपुरा की राजनीति में एक नए मोड़ के रूप में देखा जा रहा है।
- दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप से राजनीतिक तनाव बढ़ सकता है।
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