महाशिवपुराण कथा के दुसरे दिन कथा सम्राट प्रदीप मिश्रा का कथा वाचन।

Dr.I C Bhagat
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सिंहेश्वर में महाशिवपुराण कथा करते कथा सम्राट प्रदीप मिश्रा 
महाशिवपुराण कथा में उमड़ी श्रद्धालु की भारी भीड़ 


कोशी तक / सिंहेश्वर मधेपुरा:- सिंहेश्वर मवेशी हाट और मेला ग्राउंड में चल रहे सात दिवसीय महाशिवपुराण कथा के दूसरे दिन को भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। तेज धूप और उमस भरी गर्मी के बावजूद आस्था का  प्रसाद भारी रहा। सुबह से ही महिला और पुरुष श्रद्धालु भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने के लिए कतार में लग गए। सुबह व शाम मिलाकर करीब 50 हजार श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। आयोजन समिति की देखरेख में विशाल भंडारे का आयोजन हुआ। जो सुबह से रात दो बजे तक चला। कई दिनों से चल रहे इस धार्मिक आयोजन की तैयारी में श्रद्धालुओं की उपस्थिति और कार्यक्रम की भव्यता ने कोसी क्षेत्र को काशी, प्रयागराज और अयोध्या घाम जैसा अनुभव कराया। स्थानीय लोग सिंहेश्वर की गरिमा को बचाने के तन मन से लगे रहे। श्रद्धालु महिलाओं ने सब्जी काटने का उठाया बीड़ा महाशिवपुराण कथा शुरू होने से पहले गर्मी से बेहाल पंडाल में श्रद्धालु 

भीषण गर्मी में परेशान रहे श्रद्धालु-

भीषण गर्मी में श्रद्धालु परेशान रहे। मेडिकल कॉलेज और पुलिस लाइन से करीब तीन किलोमीटर पैदल चलकर कथा स्थल तक पहुंचने में लोगों को भारी परेशानी हुई। कथा स्थल पर भी लोग प्लास्टिक के पंखा के सहारे गर्मी से राहत पाने की भरसक कोशिश करते दिखे। पंडालों में व्यवस्था के लिए तैनात वालंटियर्स ने श्रद्धालुओं को मदद करने की जिम्मेदारी निभाई। आयोजन में करीब एक हजार महिला- पुरुष स्वयंसेवक लगातार सेवा में लगे रहे। प्रसाद देने से लेकर प्लेट धोने तक का काम अधिकतर महिला श्रद्धालुओं ने संभाला रखा था। भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने लगी लंबी लंबी कतारें 

सिंहेश्वर नाथ के इतिहास और विशेषता पर डाला प्रकाश 

महाशिवपुराण कथा में कथा विस्तार से वर्णन किया। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा के दौरान बाबा सिंहेश्वर नाथ के इतिहास और विशेषता का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि नगर के बीचोंबीच स्थित प्राचीन शिव मंदिर हजारों साल पुराना है। उन्होंने कहा कि बाबा की कृपा से ही इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की व्यवस्था संभव हो रही है. सोमवार को बाबा का मुख्य दिन माना जाता है. इसलिए उस दिन भीड़ और अधिक रही। भंडारे का आयोजन भी सोमवार को होने से भक्तों की संख्या और बढ़ गई।

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