भगवान शिव की भक्ति न की तो जीवन व्यर्थ- कथावाचक प्रदीप मिश्रा

Dr.I C Bhagat
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पांचवे दिन महाशिवपुराण कथा सुनाते कथा सम्राट प्रदीप मिश्रा 
कथा सुनने उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ 


कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा:- सिंहेश्वर धाम में 21 से 27 अप्रैल तक शिवमहापुराण कथा का के पांचवें दिन देशभर से श्रद्धालु यहां पहुंचे। श्रद्धालुओं की सेवा में सिंहेश्वर सहित आसपास के गांवों के लोग पूरी तरह से लगे हैं। लोगों ने अपने घरों और दुकानों के दरवाजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए हैं। सिंहेश्वर का लगभग हर दुकान के आगे चाय, पानी, बिस्किट और शरबत की भरपुर व्यवस्था की गई है। कथा स्थल पर और  मेला ग्राउंड में मेडिकल टीम के साथ साथ, पानी और शौचालय की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।

शिव भक्ति के बिना जीवन व्यर्थ 

कथा सम्राट पंडित प्रदीप मिश्रा ने पांचवें दिन कहा कि जन्म फिर मिल सकता है, पर भगवान शिव की अविरल भक्ति मिलेगी या नहीं, यह तय नहीं है। मनुष्य को यह जन्म 84 लाख योनियों के बाद मिला है। अगर इस जन्म में भी शिव भक्ति नहीं की, तो जीवन व्यर्थ है। उन्होंने कहा कि शिव महापुराण यह नहीं कहती कि घर- परिवार छोड़ दो, भगवान शंकर भी माता पार्वती, पुत्र गणेश, कार्तिकेय, नंदी और पुत्रियों के साथ रहते हैं। वे भी नहीं कहते कि घर, कुटुंब और रिश्ते छोड़ दो। व्यास पीठ भी यही सिखाती है कि परिवार, रिश्तों और कुटुंब को छोड़ना जरूरी नहीं। सास- ससुर की सेवा करो, मां- बाप को छोड़कर तीर्थ में बैठने से भगवान प्रसन्न नहीं होंगे। पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि जीवन में बीमारी, कष्ट और परेशानी आएगी। पर मन को भोलेनाथ में लगाकर रखो। देवों के देव महादेव सारे कष्ट हर लेंगे। दुख सबको आता है, पर उसका भान न हो, इसके लिए शिव की शरण में जाना जरूरी है। दुख का इंजेक्शन तो लगेगा, पर मन भगवान शंकर में लगाकर रखो, तो वह महसूस नहीं होगा।

महिला होती महाशिक्त का अवतार।

उन्होंने महिषासुर की कथा सुनाते हुए कहा कि ब्रह्मा जी ने उसे वरदान दिया था कि उसकी मृत्यु स्त्री के हाथों होगी। महिषासुर ने सोचा महिलाएं कमजोर होती हैं, वह मेरा वध नहीं कर पाएंगी। पर वह मां दुर्गा की शक्ति से अनजान था। सौ- सौ सिंहों से बलशाली, अष्टभुजाधारी मां अम्बे ने उसका वध किया. तभी से मां का नाम महिषासुरमर्दिनी पड़ा। श्री मिश्रा ने कहा कि शिव महापुराण सिखाती है कि पर स्त्री और पर धन पर गलत नजर मत डालो। ऐसा करने वाले नष्ट हो जाते हैं। यही महिषासुर के साथ हुआ। मां जगदम्बा ने उसका वध कर महिषासुरमर्दिनी कहलाईं। उन्होंने कहा कि शिव को पाने के लिए मन को शिवालय बनाना होगा। जीवन में जब भी कोई समस्या आए, उसका सामना डटकर करना चाहिए। कोई भी समस्या भगवान शंकर से बड़ी नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि शिव को दिखावा पसंद नहीं है। उन्हें केवल शुद्ध भाव चाहिए। भजन के लिए कोई विशेष वस्त्र या सामग्री जरूरी नहीं है। केवल मन की सच्ची श्रद्धा ही शिव को प्रिय है। युवाओं को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि चाहे कितनी भी अच्छी नौकरी मिल जाए, कितने भी अच्छे दोस्त बन जाएं, लेकिन मां- बाप के हर सुख दुख में जरूर शामिल हों। यही सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने कहा कि मंदिर जाना पहला कदम है, बाकी सब बाबा पर छोड़ देना चाहिए। जब मन में भक्ति हो, तो भगवान शंकर स्वयं भक्त के पास आ जाते हैं। कथा के दौरान उन्होंने कहा कि शिवलिंग को भक्ति से पूजना चाहिए। शिव संपूर्ण ब्रह्मांड में व्याप्त हैं। जहां शिव की कृपा होती है, वहां मां लक्ष्मी का भी वास होता है। कथा के पांचवे दिन ज्ञान और व्यवहार पर विशेष चर्चा हुई। श्रद्धालु भक्ति में डूबे नजर आए। भंडारे कक्ष का निरीक्षण करते एसडीओ संतोष कुमार भंडार के दिवाल में  दरार का निरीक्षण करते एसडीओ संतोष कुमार 


सुबह 10 बजे से 1 बजे सुबह तक चलता है भंडारा 

सिंहेश्वर में चल रहे महाशिवपुराण कथा में उमड़े श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने सिंहेश्वर को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मंदिरों में लंबी लंबी कतारें लगी रहीं। वही मीना बाजार के पुरे कैंपस में भव्य भंडारा का आयोजन हो रहा है। देवाधिदेव महादेव की कृपा से स्थानीय लोगों के द्वारा लगभग 1 लाख श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। शाम 7 बजे से शुरू भंडारा देर रात 2 बजे तक चलती रही। भंडारे में उमड़ी भीड़ के कारण मीना बाजार का दीवाल में दरारें आ गई। जिसके कारण आधा घंटा भंडारा में बिलंब हुआ। 

दीवाल में दरार पर पहुंचे एसडीओ 

दिवाल की दरारें की खबर सुनते ही एसडीओ संतोष कुमार तुरंत भंडारे में पहुंच कर दीवाल का निरीक्षण किया। और कई आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। साथ ही भीड़ को देखते हुए लगभग 2 घंटे तक श्रद्धालुओं की सेवा में वहा डटे रहे। साथ ही आने  वाली संभावित भीड़ को देखते हुए भंडारा के आगे बांस का बेरिकेडिंग लगाने का निर्देश दिया। एसडीओ संतोष कुमार ने जिस तरह सभी लोगों की समस्या को गंभीरता से सुना कार्यकर्ताओं का जोश दुगुना हो गया। मौके पर नगर पंचायत अध्यक्षा पुनम देवी, उप प्रमुख मुकेश यादव, व्यापार मंडल अध्यक्ष शिवचंद्र चौधरी, ओम प्रकाश चौधरी, बिष्णु खंडेलवाल, बजरंग टेकरीवाल, अमीत अग्रवाल, अमीत खेतान, गणेश गुप्ता, जय प्रकाश चौधरी, जवाहर सिंह, सुरेन्द्र कुमार, कुंदन भगत, सोनू गुप्ता, शर्मीला देवी, सुमन देवी, सहित सैकड़ों महिला कार्यकर्ता शामिल थे। 

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