घर में शास्त्र हो या ना हो शस्त्र जरूर हो। पुत्रियों को भी शस्त्र चलाना सिखाए।

Dr.I C Bhagat
0

 

महाशिवपुराण कथा के तिसरे दिन कथा कहते कथावाचक प्रदीप मिश्रा 
महाशिवपुराण की कथा सुनने उमड़ी श्रद्धालुओं का जन सैलाब 



कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा:- बाबा नगरी सिंहेश्वर में चल रही सात दिवसीय शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन लाखों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ कथा सुनने सिंहेश्वर पहुंची। भरी दोपहर और भीषण धूप में भी भक्तों ने पूरी श्रद्धा से कथा सुनी। कथा स्थल मवेशी हाट से मेला ग्राउंड का मैदान एक बना रहा। आयोजन सिंहेश्वर के महादेव के तत्वावधान में आयोजित हो रहा है। हर दिन कथा सुनने वाले की भीड़ बढ़ती ही जा रही है। 

एक लोटा जल सभी समस्या का हल 

अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथावाचक कथा सम्राट प्रदीप मिश्रा ने बुधवार को श्रद्धालुओं को कहा“भाग्य लिखना देवताओं का काम है। लेकिन भाग्य पलटना महादेव का काम है” उन्होंने कहा न साधु बनने की जरूरत है, न सन्यासी, सिर्फ शिव पर एक लोटा जल, आपकी हर समस्या का हल निश्चित है। चाहे कितने  भी कर्जे में हो, कितना भी दुखी हो, कितने  भी तकलीफ में हो अगर आप एक लोटा जल का नियम बनाया है। तो सारा कष्ट दूर हो जाता है। 

समय से पहले ही खचाखच भरा पांडाल 

महाशिवपुराण कथा दोपहर दो बजे से शुरू हुई। लेकिन सुबह से ही पंडाल खचाखच भर गया था। कई श्रद्धालु रात से ही पंडाल में डेरा जमाए बैठे थे। लोग कड़ी धूप में पैदल चलकर कथा स्थल तक पहुंचे। इस दौरान पूरा सिंहेश्वर “बोल बम” और “भोलेनाथ हमारा है" के नारों से गूंजता रहा। पांडाल में श्रद्धालुओं की भीड़ पंखा झलते रहे और पांडाल में बैठें रहे। कथा के तिसरे दिन पंडित श्री मिश्रा ने भगवान शिव की महिमा का वर्णन करते हुए ऋषि दधीचि की कथा सुनाई। बताया कि ऋषि दधीचि ने घोर तप किया। महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव प्रकट हुए। शिव ने उन्हें तीन वरदान दिए। पहला उनकी हड्डियां दिव्य हों। दूसरा उन्हें कोई मार न सके। तीसरा संकट के समय वे वहां न हों। उन्होंने कहा पुराणों में महामृत्युंजय मंत्र जप और अनुष्ठान को विशेष प्रभावी बताया गया है। इसका उल्लेख ऋग्वेद, यजुर्वेद में मिलता है। ऋषियों ने इसे वेद का हृदय कहा है। सनातन वैदिक परंपरा में महामृत्युंजय मंत्र और गायत्री मंत्र को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। शिवपुराण में भी इसका उल्लेख है। यह मंत्र इतना प्रभावशाली है कि अकाल मृत्यु को भी जीतने की शक्ति रखता है। कथा के दौरान श्रद्धालुओं ने शिव भक्ति में डूबकर आस्था का विराट रूप दिखाया।

पहलगाम में आतंकी हमले की निंदा की। 

पहलगाम में आतंकवादी द्वारा कपड़ा उतार कर और धर्म पुछ कर गोली मारी। इस पर पंडित श्री मिश्रा ने सनातनियों  को जाग जाने का आह्वान करते हुए कहा यही समय है। सनातनियों को जागने का जम्मू- कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकियों ने हिन्दू पूछकर, कपड़े उतार कर हिन्दूओं को गोली मारी, उस समय उसने यह नही पुछा तुम ब्राह्मण हो, वैश्य हो, की तुम कौन जात हो। सिर्फ हिन्दू जाना गोली मार दी। एक नवविवाहित जोड़ा जो शादी के बाद वहा घुमने गया था उसे गोली मार दिया गया।  उन्होंने पूछा देश के उन दो सौ सांसद उस क्या कर रहे हैं? सभी को जबाब देना होगा। उन्होंने देश के गृह मंत्री पर विश्वास जताते हुए कहा उनका कहा वे महादेव के ही अवतार हैं। जब  उनका तांडव शुरू होगा तो आतंकियों को जरूर सबक सिखाएंगे। उन्होंने सभी  सनातनियों को कहा घर में शास्त्र हो या न हो हर बच्चे को शस्त्र चलाना आना चाहिए। ताकि राष्ट्र और समाज की सुरक्षा के लिए शस्त्र ज्ञान जरूरी है। उन्होंने अपनी पुत्रियों को भी सस्त्र चलाने में निपुण करने का आहवान किया।

यजमानों ने की पुजा।

महाशिवपुराण कथा में कथा सम्राट प्रदीप मिश्रा के मंच पर प्रकाश जायसवाल, गोपाल भगत, लक्ष्मीकांत झा, सदानंद यादव, सुजीत कुमार सिंह, गायत्री देवी, दीपक अग्रवाल, नरेश शर्मा, डा. राजा कुमार साह ने पुजन और आरती में भाग लिया। मौके पर भंडारा में  नगर पंचायत अध्यक्षा पुनम देवी, उप प्रमुख मुकेश यादव, ओम प्रकाश चौधरी, जनार्दन भगत, व्यापार मंडल अध्यक्ष शिवचंद्र चौधरी, जवाहर सिंह, इंद्र देव स्वर्णकार, सतिश कुमार भगत, मनोज भगत, सुजीत सिंह, सोनू गुप्ता, जगदीश साह, सुमन देवी, रूपेश कुमार यादव, अरूण कुमार ऋषिदेव, रंधीर कुमार मंडल, सहित सैकड़ों महिला श्रद्धालु शामिल थे।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)
//banner