कोशी तक/ मधेपुरा:- गुरुवार को नगर परिषद में आयोजित सामान्य बोर्ड की बैठक में एक बार फिर मुख्य पार्षद कविता कुमारी साहा अपने कुछ समर्थक पार्षदों के साथ बीच बैठक से उठकर निकल गई। इस कारण से नगर परिषद के वार्षिक बजट पर भी विचार विमर्श नहीं हो सका। बैठक के लिए मुख्य पार्षद द्वारा एजेंडा तय करते हुए महज पिछली बैठक की पुष्टि, गत वर्ष की वार्षिक आय और व्यय के ब्योरा पर विचार-विमर्श, वार्षिक बजट 2025-26 पर विचार-विमर्श, सरकारी कर्मियों और पेंशनधारियों के सातवें वेतन आयोग पर विचार-विमर्श, सड़क एवं नाला निविदा पर विचार-विमर्श, विभागीय योजना की कार्य शैली एवं भुगतान पर विचार-विमर्श, होल्डींग कार्य पर विचार-विमर्श, ऑफिस कर्मीयों के कार्यशैली पर विचार-विमर्श एवं जेम बायर के क्रिया कलाप पर विचार-विमर्श तय किया गया था। एजेंडे में आश्चर्यजनक तरीके से अन्यान्य जिसके तहत वार्ड पार्षद अपने-अपने क्षेत्र की जन समस्या एवं विकास के मुद्दे मुख्य पार्षद की अनुमति से उठाते हैं वह नहीं था। बैठक प्रारंभ होने पर वार्ड पार्षदों ने जब जानकारी लेनी चाही कि बैठक के लिए दिए गए अन्यान्य में उठाए गए एजेंडा को क्यों नहीं शामिल किया गया है तो मुख्य पार्षद द्वारा वर्तमान में तय एजेंडा पर चर्चा करने कहा गया। पार्षदों ने अन्यान्य नहीं होने पर भी सवाल उठाया। इस बीच मुख्य पार्षद कविता कुमारी उठकर बैठक छोड़कर निकल गई। इसके बाद पार्षद जबरदस्त रूप से नाराज हो गए और अपमान करने का आरोप लगाया।
जनता पढ़े बैठक का एजेंडा, कहां है इसमें जनहित एवं विकास की बात।
वार्ड पार्षद अशोक कुमार यदुवंशी, मनीष कुमार मिंटू, कंचन कुमारी, रूबी देवी रामनारायण कनौजिया समेत एक दर्जन से अधिक वार्ड पार्षदों ने कहा जनता को मुख्य पार्षद द्वारा तय किया हुआ बैठक का एजेंडा पढ़ना चाहिए। इसमें जनहित एवं विकास की कोई बात नहीं है। यहां तक की अन्यान्य जिसके माध्यम से वार्ड पार्षद अपने-अपने वार्ड से संबंधित समस्या एवं जनहित के मुद्दे बैठक में उठाते हैं उसे एजेंडा की सूची से गायब कर दिया गया है। मधेपुरा नगर परिषद का वार्षिक बजट की भी इसमें चर्चा नहीं की गई है। जबकि यह बजट महीना पूर्व पारित हो जाना चाहिए था ताकि राज्य सरकार को भेजा जा सके लेकिन इस पर कोई चर्चा तक नहीं की गई। जनता को प्रताड़ित करने के लिए मुख्य पार्षद ने सभी विकास कार्य ठप कर रखा है। पार्षदों द्वारा भी बैठक तय करने के लिए अध्यापेक्षा दी गई थी और उसमें एजेंडा भी लिखा गया था। लेकिन उसे शामिल नहीं करके लोकतांत्रिक और गैर जिम्मेदारी का परिचय दिया गया है।
- उप मुख्य पार्षद ने कहा ठीक नहीं है मुख्य पार्षद की मानसिक स्थिति, वीडियो फुटेज निकालकर हो जांच-
उप मुख्य पार्षद पुष्प लता कुमारी ने कहा सामान्य बोर्ड की बैठक का वीडियो फुटेज जारी हो। मुख्य पार्षद की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। बैठक के दौरान अमर्यादित व्यवहार करना बहुमत का अनादर करते हुए बैठक को अचानक छोड़कर चले जाना उनकी आदत बन गई है। विगत बैठकों का वीडियो फुटेज का अवलोकन कर उनकी मानसिक स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। बिहार सरकार के नगर विकास विभाग को तत्काल यहां हस्तक्षेप करना चाहिए।
एजेंडा में अन्यान्य का शामिल नहीं करना तानाशाही है। इसके तहत पार्षद अपने-अपने वार्ड से संबंधित समस्या एवं जनहित के मामले उठाते हैं लेकिन उनकी आवाज दबाने के लिए यह गलत प्रयास असंवैधानिक है। अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो पार्षद सड़क से लेकर न्यायालय तक की लड़ाई लड़ने के लिए विवश होंगे।
इस बाबत मुख्य पार्षद मधेपुरा कविता साहा ने बताया कि सामान्य बोर्ड की बैठक के दौरान तय एजेंडा पर चर्चा नहीं किया जा रहा था। पूर्व में स्थगित योजनाओं की स्वीकृति के लिए दबाव बनाया जा रहा था। वार्ड पार्षद असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे। इसलिए हम बैठक से उठकर निकल गए।