कोशी तक/सिंहेश्वर मधेपुरा
नगर पंचायत कार्यालय में गुरुवार को नगर पंचायत अध्यक्षा पुनम देवी की अध्यक्षता में सशक्त समिति की बैठक हुई। बैठक में योजनाओं गुणवत्ता पर ही चर्चा का मुख्य केंद्र रहा। नगर पंचायत के योजनाओं की अनियमितता को देखते हुए मुख्य पार्षद ने बताया कि नगर पंचायत में जो भी योजना की गई है। उसका भुगतान पर रोक लगा दिया गया। उन्होंने कहा की किसी भी सूरत में अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। क्योंकि योजनाओं में काफी धांधली की जा रही है। सड़क निर्माण की बात करें तो सड़क निर्माण में गुणवत्ता का कोई ख्याल ही नहीं रखा जा रहा है। सड़क निर्माण में जहां रोलर से मिट्टी और जीएसबी को बैठाना था। वहां ट्रेक्टर के माध्यम से जीएसबी को बिठाया जा रहा है। इससे हास्यास्पद बात और क्या हो सकता है। सभी योजना नियम विरुद्ध हो रहा है। जबकि सड़क में जीएसबी भी काफी कम मात्रा में दिया गया है। वहीं दूसरे सड़क में नाला निर्माण से लेकर सड़क ढलाई तक में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया है। जिसकी शिकायत के बाद भी उसमें कोई खास बदलाव नहीं किया गया। वहीं दूसरी तरफ बिना मुख्य पार्षद के अनुमति के कम गुणवत्ता वाले वाहन और फॉगिंग मशीन सितंबर में ही लेने की बात कही है। जबकि ट्रॉली काफी निम्न क्वालिटी का मंगाया गया है। जिसे नगर पंचायत कार्यालय में लगवा दिया गया है। फॉगिंग मशीन, वाहन, ट्रॉली सहित अन्य खरीददारी में उनसे चर्चा तक नहीं किया गया है। इस बीच उपमुख्य पार्षद मीटिंग का बहिष्कार कर बाहर निकल गए। वहीं दूसरी तरफ अशोक सम्राट भवन निर्माण के लिए जल्द से जल्द एनओसी लेने पर चर्चा हुई। यह भी कहा गया कि कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा किसी भी कार्य को करने से पहले उनसे सलाह तक नहीं ली जाती है। संभावित मुख्यमंत्री आगमन को लेकर नगर पंचायत क्षेत्र में कई काम किए जा रहे है। जिसकी उन्हें जानकारी तक नहीं दी गई है। किस मद से कितनी राशि खर्च की जा रही है इसका कोई लेखा जोखा नहीं है। मुख्य पार्षद ने कहा कि एक वार्ड पार्षद पुत्र के द्वारा बार- बार नगर पंचायत में होने वाले कार्य को दैनिक अखबार के माध्यम से कार्यालय के द्वारा कराए जा रहे कार्य को भी उसके नेतृत्व में करने की बात कही जाती है। जो सरासर गलत है। अखबारों में गलत जानकारी देते हुए उनको ही साइड कर दिया जाता है। और जानकारी में गलत तथ्यों को रखा जाता है। कार्यपालक पदाधिकारी राजकुमार कुशवाहा ने बताया कि सशक्त की बैठक हुई है लेकिन बैठक पूर्ण रूप से संपन्न नहीं हुई है। आगे बात किया जा रहा है।