कोशी तक/ मुरलीगंज मधेपुरा
कहते हैं सुशासन बाबू के राज में अधिकारियों का ही बोलबाला रहता है। इसकी एक बानगी मुरलीगंज के पंसस की बैठक में देखने को मिला जिसमें घान खरीद के मौसम में किसानों की हीत के जिम्मेदार बीसीओ, घर घर शिक्षा का अलख जगाने वाले प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और बढ़ते अपराध को कंट्रोल करने की जिम्मेदारी संभालने वाले थानाध्यक्ष बैठक में नही आए या बैठक की अहमियत नही समझा गया। मालुम हो की मुरलीगंज प्रखंड परिसर के सभागार में शनिवार को प्रखंड प्रमुख मो. अब्दुल जब्बार की अध्यक्षता में पंचायत समिति की बैठक आयोजित की गयी। जिसमे पूर्व की बैठक में लिए गए प्रस्ताव के क्रियान्वयन पर समीक्षा किया गया। सदन में सदस्यों लेकिन सदन में अधिकारियों की अनुपस्थिति के कारण कई सवालों के संतोष जनक जबाब नही मिल सका। इस दौरान जोरगामा के मुखिया ने जितेंद्र कुमार ने विद्यालय परिसर में आंगनबाड़ी केंद्र खोलने के लिए एनओसी नहीं देने संबंधित समस्या बताई। जिसपर सीओ की जगह बीडीओ आशा कुमारी ने सदस्यों से लेटर पेड पर संबंधित योजनाओ की जानकारी देने की बात कही। साथ ही राशन कार्ड बनाने व सुधार करने में विभिन्न पंचायत से लगातार आ रही शिकायत पर संबंधित कर्मी को स:समय कार्य निष्पादित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही बीपीडीपी वित्त वर्ष 2025-26 के योजना एवं बजट पर चर्चा हुआ। इस दौरान सदस्यों ने जनवितरण प्रणाली, राशन कार्ड, योजनाओ की लंबित भुगतान कराने, विभिन्न पेंशन बंद होने पर ध्यानाकर्षण कराया। डब्लूपीओ निर्माण सहित पंचायतों के सभी समस्यायों पर बिन्दुवार चर्चा किया गया। कृषि विभाग के योजनाओ की विस्तृत जानकारी दी गई। वहीं कृषि पदाधिकारी ने बिस्कोमान को मुरलीगंज - पूर्णियां सीमा पर गौशाला चौक से हटाकर प्रखंड के मध्य में खोलने का प्रस्ताव दिया। मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी आशा कुमारी, उपप्रमुख कुमारी गौरी यादव, बीएओ राजेश कुमार चौधरी, मुखिया जीतेन्द्र कुमार उर्फ टुनटुन साह, दयानंद कुमार यादव, आशुतोष कुमार, विकास पासवान, पंसस मनोज कुमार सिंह, शशिभूषण कुमार, उपेंद्र मालाकार, रूबी देवी, रूबी कुमारी, मो. मोइन उद्दीन, रेणु देवी सहित अन्य मौजूद रहे।
मुरलीगंज से अंशु भगत