उदयाचल भगवान भास्कर को अर्घ देती छठव्रती
सुबह उदयांचल भगवान भास्कर का दर्शन करते लोग
कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा
ऊं ब्रह्म स्वरूपणे सुर्य नारायणे नमः के मंंत्रो उच्चारण के साथ उदयाचल भगवान भास्कर को अर्घ्य दे कर 4 दिनों चल रहे आस्था का महापर्व छठ समाप्त हो गया। हमारी परंपरा हम को दर्शाती यह महापर्व पहले गुरुवार को संध्या अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य दिया गया। और आज शुक्रवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया गया। लोक आस्था का महापर्व छठ में अर्घ्य देने के लिए सुबह से ही बाबा की नगरी शिवगंगा घाट, करूआ घाट, पटोरी घाट, सुखासन पुला घाट, भवानीपुर तलाब घाट, बुढावें चिमनी के पास तालाब घाट, सतोखर घाट, पंचायत भवन भेलवा के सामने तालाब घाट, लालपुर सरोपटटी बड़ा तालाब घाट, नदी घाट सिरसिया दुर्गा मंदिर तालाब घाट, गोहमनी तालाब घाट, रामपट्टी परवाने नदी घाट, लालाबाबू घाट, राम-जानकी ठाकुरवाड़ी घाट, पटोरी डुब्बी घाट पर अर्घ्य देने के लिए महिलाओं पुरुष और बच्चो की लाईन लगी रहीं। शिवगंगा पर उपस्थित छठव्रती के कतार से लगी सुप और डाला का मनोरम दृश्य देखते ही बनता था। पुरे जिले में सबसे आकर्षक का केंद्र रहे शिवगंगा पर छठ को लेकर काफी भीड़ नजर आ रही थी। जबकि करूआ घाट पर नदी के किनारे छठव्रतियों का आलौकिक नजारा देखते ही बनता था। सभी घाटों पर आस्था के इस शैलाव में डुबे हुए थे। सभी जगहों पर उगते सुरज को प्रणाम करने का चलन है। पर हमारे देश में अस्ताचल सुर्य को भी अर्घ्य देते हैं। कहने का तात्पर्य यह है जो डुबता उदय उसका ही होता है । शिवगंगा पर सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले पदाधिकारी गण
शिवगंगा घाट पर प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त दुरुस्त थी।
लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर प्रशासन पुरी तरह सजग और सतर्क थी। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सुबह 4 बजे से ही बीडीओ आशुतोष कुमार, थानाध्यक्ष बिरेंद्र राम, एसआई कपिल देव यादव, पुलिस बल मुस्तैद थे। वही सुबह 4 बजे के करीब एएसपी प्रवेंद्र भारती भी शिवगंगा सहित कई घाटों का मुआयना कर निकलें। शिवगंगा के नियंत्रण कक्ष में किसी भी घटना दुर्घटना से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम एंबुलेंस के साथ तैनात थी। वही शिवगंगा में एसडीआरएफ की टीम गस्त कर रही थी। सुबह भी मंदिर के लाउडस्पीकर से लोक आस्था के महापर्व का एक भी गीत नही सुनाई देने की उदासी सबको खली। लोगों ने कहा 15 लाख का निंबु पानी पिलाने वाला न्यास एक लाउडस्पीकर नही ठीक करवा पाया। पटाखा फोड़ने के विवाद ने पकड़ा तुल महिलाओं से साथ हुई मारपीट
पटाखा फोड़ने के विवाद में अनहोनी होते होते बची।
शिवगंगा पर एक युवक के पटाखा, घाट पर ही एक छठ व्रती को लग गया। इसके कारण उस पक्ष के लोगों ने बच्चे की जमकर धुनाई कर दिया। उसके बाद नही रहा गया तो छठ कर रहे उसके परिजन महिलाओं के साथ भी घक्का मुक्की की। पटाखा फोड़ने वाले बच्चे के परिजन गलती मानते रहे। लेकिन उन लोगों ने जब छठ कर रही महिलाओं को भी नही बख्शा और थानाध्यक्ष अध्यक्ष का समझाने का प्रयास भी विफल रहा तो थानाध्यक्ष ने झगड़ा का भीडीओ बनाने लगा और एफआईआर की चेतावनी दी तो मामला कुछ शांत हुआ। स्थानीय लोगों ने दोनों पक्षों को समझा कर घाट से घर भेज दिया। मौके पर सुपौल के प्रमुख प्रतिनिधि जितेन्द्र कुमार सिंटु, जदयू तकनीकी प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव दीपक यादव, मंदिर के पुजारी अमरनाथ ठाकुर उर्फ लालबाबा, वस्त्र व्यापार संघ के अध्यक्ष अरविंद प्राणसुखका, राजु गुप्ता पंप, बादल भगत, न्यास के लेखापाल राकेश श्रीवास्तव, श्रवण कुमार, सदस्य संजीव ठाकुर, सरोज सिंह, कन्हैया ठाकुर, पवन ठाकुर, अरूण खंडेलवाल, घनश्याम शर्मा, पवन भगत, दिनेश शर्मा, अमीत खेतान, पिंटु भगत, उर्मिला देवी, शर्मिला देवी, सुमन देवी, रितु कुमारी, कृति कुमारी, शंकर अग्रवाल, निर्मल अग्रवाल, जनार्दन भगत, मनोज भगत, सुरेश भगत, साक्षी कुमारी सहित कई लोग मौजूद थें।
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