सबैला में छठ घाट की सफाई नही होने से ग्रामीणों ने जताया विरोध। कहा करोड़ों रूपया मुखिया ने किया खर्च। लेकिन साफ सफाई के अभाव में अमृत सरोवर बना नरक सरोवर।

Dr.I C Bhagat
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छठ घाट की साफ-सफाई नही होने पर विरोध करते सबैला के ग्रामीण 
ग्रामीणों ने क्या कहा।


कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा 


जजहट सबैला पंचायत के वार्ड नंबर 8 में सरकारी पोखर में साफ-सफाई नही होने से सबैला के ग्रामिणों ने विरोध जताया। उन्होंने कहा यहा की गंदगी देख कर कैसे कोई छठ कर सकता है। लोक आस्था का महा पर्व पर सरकार सभी छठ घाटों की साफ-सफाई करवा रही है। जबकि एनएच 106 के पास उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय परिसर में स्थित सरकारी पोखर में साफ-सफाई की व्यवस्था नही होने के कारण लोगों का ग़ुस्सा फुटना जायज है। स्थानीय लोगों ने बताया मुख्यमंत्री के आगमन पर इस पोखर में करोड़ों का खर्च कर इसे अमृत सरोवर का नाम दिया था। उसके बाद चारों तरफ मुखिया चांदनी खातुन द्वारा छठ के लिए लगभग 57 लाख खर्च कर छोटा छोटा सिढी नुमा घाट का निर्माण किया गया। लेकिन रख रखाव के अभाव में अमृत सरोवर नरक सरोवर में तब्दील हो गया। इस बाबत लोगों ने डीएम तरनजोत सिंह से आस्था के महा पर्व को देखते हुए अमृत सरोवर की साफ-सफाई करवाने की मांग की। छठ पर्व पर अमृत सरोवर, नरक सरोवर में है तब्दील 


बीडीओ से मिलकर ग्रामीणों की शिकायत।


वही इस मसले को लेकर आक्रोषित स्थानीय लोगों ने इसके लिए प्रखंड कार्यालय पहुंचकर बीडीओ आशुतोष कुमार से मिलकर अपनी मांग रखी। इस बाबत बीडीओ आशुतोष कुमार ने आश्वासन देते हुए बताया की मुखिया चांदनी खातुन से बात हो गई है। घाटों की साफ-सफाई स:समय पुरा कर दिया जाएगा। मौके पर स्थानीय ग्रामीण सुशांत कुमार,  आशुतोष कुमार, शिवनारायण प्रसाद यादव, पिंटू कुमार यादव, मनोज कुमार,  विक्की कुमार, नागेश्वर यादव, पप्पू कुमार यादव, कर्पूरी यादव, संजीव कुमार यादव, टुनटुन यादव, जितेंद्र यादव, सुरेंद्र यादव, मुकेश कुमार, सुरेश यादव, प्रफुल्ल यादव, विकास कुमार, लालटु यादव, सुमित यादव सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थें।

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