स्वयंसेवक संघ के सदस्यों द्वारा संघ कार्यालय परिसर में स्थापना दिवस एवं विजयदशमी को लेकर कार्यक्रम आयोजित की गई।

 

स्थापना दिवस पर आरएसएस कार्यकर्ताओं द्वारा शस्त्र पूजन करते।


कोशी तक /आलमनगर मधेपुरा 


मधेपुरा जिला के आलमनगर प्रखंड के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यालय परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना दिवस एवं विजयदशमी को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने धूमधाम से विजयादशमी उत्सव एवं स्थापना दिवस मनाया गया। इस दौरान स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन का कार्यक्रम धुमधाम से मनाया। अतिथियों ने भारत माता और संघ के संस्थापक डा. बलिराम केशवराव हेडगेवार के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद अतिथियों ने शस्त्र पूजन कर समाज और धर्म की रक्षा का संकल्प लिया। स्वयंसेवक कुंदन कुमार ने एकल गीत का सुंदर प्रस्तुतिकरण किया। मुख्य वक्ता सह  पुर्व जिला कार्यवाह जयनारायण दास ने भगवान राम का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने सबरी के बेर खाकर और निषाद तथा जटायू को गले लगाकर वर्ग भेद मिटाने का संदेश दिया। वहीं उन्होंने ने यह भी कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के आदर्शों को अपनाकर देश में रामराज्य की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। संघ वर्ष 2025 में अपने स्थापना के सौ वर्ष पूरे करने जा रहा है और समाज की रक्षा के लिए शस्त्र का महत्व समझाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए इं. सुमन कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना विजयदशमी के दिन हुई थी। संघ की स्थापना 27 सितंबर 1925 को की गई। इस अवसर पर शस्त्र की पूजा की जाती है ताकि शक्ति अर्जित की जाए। जो संघर्षशील और ताकतवर रहेगा, वही विश्व पर राज करेगा। हमें शक्तिशाली एवं साहसी बनना होगा, क्योंकि शक्ति और साहस से ही विजय प्राप्त होती है। उन्होंने विजयादशमी के इस पर्व पर अधर्मियों एवं समाज में व्याप्त बुराई रूपी रावण का वध करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। इस दौरान अनुमंडल अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सुबोध प्रसाद सिंह, जिला बौद्धिक प्रमुख नंदकिशोर साह, जिला व्यवस्था प्रमुख रवि जायसवाल, विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष इंदु शेखर सिंह, ग्राम विकास संयोजक मृत्युंजय कुमार  जायसवाल, खंड कार्यवाह सिया शरण जी,  खंड शारीरिक प्रमुख रूपेश जी, नरथुआ मंडल कार्यवाह खुरहान मुकुंद सिंह, पुर्व  प्रचारक कुंदन जी, सुबोध ऋषिदेव, वरिष्ठ सदस्य मनोज मनोरंजन ठाकुर, मुख्य शिक्षक विधा भुषण जी, अंकित जी, संतोष गुप्ता, नरेंद्र प्रसाद सिंह, संतोष झा, सहित कई स्वयंसेवक मौजूद।

कन्हैया महाराज की रिपोर्ट 

Post a Comment

أحدث أقدم