गम्हरिया पुलिस का असमाजिक चेहरा आया सामने चोरी की पीड़िता को 9 घंटे थाना पर रखा। सुचक की तबियत बिगड़ने पर उसे छोड़ा। चल रहा इलाज।

 

पीएचसी गम्हारिया में इलाज कराते पीड़ित महिला 


कोशीतक/ गम्हरिया मधेपुरा 


गम्हरिया पुलिस का और चेहरा आया सामने चोरी की सुचना देने वाले, पीड़िता और पड़ोसियों को पूछताछ के नाम पर गम्हरिया पुलिस ने नौ घंटे तक थाना पर बिठाएं रखा। बिमारी और घर बच्चे है की गुहार को किया अनसुना।  जानकारी के अनुसार कोडिहार तरावे वार्ड नंबर 6 निवासी पवन ठाकुर जो कमाने  के लिए बाहर गया हुआ था। रात में चोरों ने जिस रूम में उसकी पत्नी बेबी देवी सोई हुई थी उस दरवाजे की बाहर वाली कुंडी लगाकर बगल वाले रूम में चोरी की घटना को अंजाम दिया। बगल  में खटर-पटर की आवाज सुनकर उसकी पत्नी बेबी देवी ने ने किवाड़ खोलने का प्रयास किया जो बाहर से बंद रहने के कारण नही खुला। तो पड़ोसी को फोन कर बुलाया तब पडोसी मीरा देवी और सरिता देवी वहा आई और पीड़िता को बाहर निकाला। उसके बाद दोनों ने थाना को चोरी की सूचना दी। जिसके  बाद घटना स्थल पर एक महिला और पुलिस बल के साथ एसआई कमलेश प्रसाद पहुंचे और मामले की छानबीन कर पीड़ित और चोरी की सूचना देने वाले सूचक मीरा देवी और सरिता देवी के साथ पीड़ित बेबी देवी को भी उठाकर थाना लाया। पड़ोसियों को पूछताछ के नाम पर पुलिस ने नौ घंटे तक थाना पर बिठा लिया। 

पीड़ित और सूचक को 9 घंटे तक बैठाया थान पर।

बताया गया कि जिनके घरों में हुई चोरी उन्हीं के घर के सदस्य बेबी देवी जो बिमार भी थी। और उसके साथ उसको मदद के लिए पहुचे दो पड़ोसी मीरा देवी और सरिता देवी को पुछताछ और जबरन आवेदन देने के नाम पर 9 घंटे तक पीड़िता को थाना में बैठाया गया। थाना में पुछताछ के नाम पर तीन महिलाओं को नौ घंटे तक थाना में बैठाए रखा गया। और महिलाओं ने तबीयत खराब होने की बात कही। लगातार गुहार लगाती रही लेकिन गम्हरिया पुलिस को जरा भी दया नही आई। दया तब आई जब पीड़ित की तबियत अचानक काफी बिगड़ गई। किसी  अनहोनी के डर से आनन-फानन में उसे सीएचसी में भर्ती कराया गया। और पुलिस ने आनन- फानन में सभी महिलाओं को छोड़ दिया। इस  बाबत पीड़ित महिला बेबी देवी ने बताया कि रात में सभी सदस्य खाना खाकर सो गए थे। सुबह चार बजे नींद खुली तो बाहर से दरवाजा का कुंडी लगा हुआ था। इसके बाद आसपास के लोगों को इसकी सूचना दिया। आस पास के लोगों ने दरवाजा खोला तो बाहर आया और बगल का रूम में जाकर देखा तो रूम खुला हुआ था। और अंदर में रखें बक्सा का ताला टूटा था।  सामान बिखड़ा पड़ा था। इन चोरी की घटना को लेकर गम्हरिया पुलिस को सूचना दिया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने बिना जांच पड़ताल किए पीड़ित महिला बेबी देवी, सूचक सरिता देवी और पड़ोसी मीरा कुमारी  को हिरासत में लेकर थाना आ गया। वही सूचक सरिता देवी ने बताया कि चोरी की घटना को लेकर पुलिस को बताया तो पुलिस ने जबरन हिरासत में लेकर थाना आ गई। पड़ोसी मीरा कुमारी ने बताया कि बेबी देवी ने  रो रो कर आवाज दे रही थी। तो देखने के लिए गये तो पता चला कि चोरी हो गया। कुछ देर रहने के बाद अपना घर वापस गये। सुबह दस बजे पुलिस आई और जोर जबरदस्ती करते हुए थाने पर ले आए। इन सभी महिलाओं ने बताया कि पुलिस थाना पर लाकर चोरी में संलिप्त लोगों का नाम बताने का दबाव बना रही थी। इसी दरमियान करीब शाम पांच बजे पीड़ित बेबी देवी का तबीयत खराब हो गया। जिसके बाद पुलिस ने आनन- फानन में पीएचसी में भर्ती करवाया गया। और फिर बाद में छोड़ दिया। इस बाबत एसआई कमलेश कुमार ने बताया किसी के साथ मारपीट नही किया गया। सुचक ने अपने मोबाइल से कई बार भाई से बात किया। तो उसे पुछताछ के लिए लाया गया। जबकि पीड़िता से आवेदन के लिए रोका गया था। तबियत खराब होने पर पीएचसी भेजा गया। वही गम्हरिया थानाध्यक्ष संतोष गुप्ता ने बताया की सभी महिलाओं को शक के आधार पर पूछताछ के लिए लाया गया था। जिसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।

Post a Comment

और नया पुराने