करंट लगने से हुई मौत, आक्रोशित लोगों ने जेएनकेटी मेडिकल कालेज में किया जमकर हंगामा और तोड़फोड़।

 जेएनकेटी मेडिकल कालेज में तोड़फोड़ का निरीक्षण करते एसडीओ हंगामे के बाद छावनी में बदल गया मेडिकल कालेज 


कोशीतक/ सिंहेश्वर मधेपुरा


करेंट लगने से एक युवक की मौत के बाद जेएनकेटी मेडिकल कालेज में इलाज नही करने का आरोप लगाकर मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया।  जानकारी के अनुसार जजहट सबैला पंचायत के वार्ड नंबर 6 निवासी मो. रिजवान का पुत्र मो. सैफ गौरीपुर में एक गैराज दुकान में वासिंग का काम कर रहा था। वासिंग के दौरान उसे करंट लग गया। जिसके बाद गैरज मालिक ने उसे लेकर जेएनकेटी मेडिकल कालेज में रख कर भाग गया। तोड़ फोड़ के बाद इमरजेंसी वार्ड का दिखा नजारा मरीज के साथ भीड़ जेएनकेटी में उमड़ी भीड़ 

करंट से घटनास्थल पर ही हुई मौत 

वही उसके मामा मो. शाहरुख ने बताया की मेरा भांजा मो. सैफ नगर पंचायत के गौरीपुर में एक गैराज के कार वासिंग पीट में काम करता था। लगभग साढ़े 4 बजे की घटना है। वासिंग के काम के दौरान उसको करंट लगा करंट कैसे लगा यह हमलोग को मालुम नही है। करंट लगने से वही दम तोड दिया। उन लोगों ने उसको लाकर मेडिकल कालेज में रखकर भाग गया। जेएनकेटी मेडिकल कालेज में तोड़फोड़ करते आक्रोशित लोग जेएनकेटी मेडिकल कालेज में तोड़फोड़ के बाद बिखरा पड़ा शीशा 

जेएनकेटी में जमकर हुआ हंगामा तोड़फोड़ 

मो. सैफ की मौत की खबर मिलते ही झिटकिया से लोगों का हुजूम मेडिकल कालेज पहुंचने लगा। आक्रोशित लोगों ने जेएनकेटी मेडिकल कालेज के चिकित्सक और कर्मियो पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।  आक्रोशित लोगों ने चिकित्सक पर तरह तरह के आरोप लगाते हुए कहा 1 घंटा तक मरीज जेएनकेटी मेडिकल कालेज में रहा लेकिन कोई भी चिकित्सक उसको नही देखा। जब हमलोग आए तो काफी हो-हल्ला करने पर उसका इसीजी किया। और कहा उसकी मौत हो गई है। और सभी चिकित्सक यहा से फरार हो गया है। जेएनकेटी के चिकित्सक लगातार इस तरह की लापरवाही करते हैं। उसके बाद अचानक ही आक्रोशित लोगों ने मेडिकल कालेज के इमरजेंसी में घुसकर जमकर उपद्रव मचाया। इमरजेंसी के चिकित्सक के कक्ष को तोड़ दिया। साथ ही जीएनएम के काउंटर पर लगा शीशा को चुर चुर कर दिया। जिससे पुरा इमरजेंसी वार्ड में शीशा का टुकड़ा फैल गया।आक्रोशित भीड़ को समझाते सिंहेश्वर थानाध्यक्ष 

मेडिकल कालेज से फरार हो गए चिकित्सक और कर्मी

आक्रोशित लोगों के रूख को देखते हुए इमरजेंसी छोड़कर सभी चिकित्सक वहा से हट गए। वही इस बाबत चिकित्सको ने बताया की मरीज मेडिकल कालेज में आने से पहले ही उसकी मौत हो गई थी। जो  लेकर आया था उसे मृत देख वह उसे वही  छोड़ कर फरार हो गया। बाद में उसके परिजनों को यह बात बताई गई। फिर दुबारा इसीजी करके भी बताया गया। उसके बाद लोग आक्रोशित हो गए। चिकित्सक के नही रहने से इंमरजेंसी वार्ड के मरीजों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस बाबत मेडिकल कालेज के अधीक्षक नगीना प्रसाद चौधरी ने बताया की मरा हुआ मरीज लेकर आएगा और हंगामा भी करेगा। तो कैसे चलेगा। प्रेस को संबोधित करते एसडीओ संतोष कुमार 

इस बाबत एसडीओ संतोष कुमार ने बताया की 6.30 बजे घटना की जानकारी मिली झिटकिया निवासी मो. रिजवान का पुत्र मो. सैफ कार वासिंग का काम करता था। उसी दौरान उसे करंट लगने के बाद कार वाला ही उसे सीएचसी सिंहेश्वर लाया जहा चिकित्सकों ने उसे मृत बताया। लेकिन संभावना  की तलाश में उसे मेडिकल कालेज लाया गया। यहा भी चिकित्सकों ने इसीजी करके मौत की पुष्टि करने के बाद लोगों का आक्रोश भड़क गया और तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया। साथ ही बताया सीसीटीवी फुटेज के बाद दंगाइयों चिंहित कर कारवाई की जाएगी। साथ ही एसडीओ संतोष कुमार ने चिकित्सकों को बुलाकर कर मेडिकल व्यवस्था को चालू करवाया। 







Post a Comment

और नया पुराने