आईएमए के 24 घंटे ओपीडी सेवा बंद के एलान के बाद जेएनकेटी मेडिकल कालेज में शनिवार को भी ओपीडी सेवा रही बाधित।

Dr.I C Bhagat
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 जेएनकेटी मेडिकल कालेज में ओपीडी सेवा बंद से मरीज परेशान 


कोशीतक/ सिंहेश्वर मधेपुरा 


कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बीते दिनों एक ट्रेनी महिला चिकित्सक के साथ रेप और मर्डर के विरोध में पूरे देश में बवाल मचा है। इसके विरोध में शुक्रवार से ही जेएनकेटी मेडिकल कालेज में सभी विभागों को जुनियर चिकित्सकों ने बंद रखा। वही शनिवार को मधेपुरा के जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ओपीडी सेवा पूरी तरह बाधित रहा। चिकित्सकों ने ट्रेनी महिला चिकित्सक के हत्यारे को अविलंब फांसी की सजा देने की मांग की है। 

आइएमए ने भी 24 घंटे ओपीडी बंद रखने का ऐलान किया।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कालेज और अस्पताल में ट्रेनी महिला चिकित्सक के साथ हुए क्रूर बलात्कार और हत्या के विरोध में शनिवार 17 अगस्त सुबह 6 बजे से 24 घंटे के लिए ओपीडी सेवाओं को बंद रखने की घोषणा की है। ये हड़ताल पूरे देश भर में की जा रही है। सभी सरकारी और नीची अस्पताल ओपीडी 24 घंटे के लिए बंद रहेंगे। इस देशव्यापी हड़ताल को करने को लेकर आईएमए ने 5 मांगें भी रखी हैं। जिनमें रेजिडेंट चिकित्सकों के काम करने और रहने की स्थिति में व्यापक बदलाव और कार्यस्थलों पर स्वास्थ्य पेशेवरों के खिलाफ हिंसा की जांच के लिए एक केंद्रीय कानून बनाना शामिल है। आईएमए ने कहा कि सभी आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी।इमरजेंसी सेवा के लिए तैनात रही चिकित्सकों की टीम 

जेएनकेटी में इमरजेंसी सेवा चालू रही।

जेएनकेटी मेडिकल कालेज में ओपीडी सेवा बाधित रहने से सैकड़ों मरीजों को वापस लौटना पड़ा। मेडिकल कालेज में औसतन प्रतिदिन 2 हजार मरीज ओपीडी में दिखाने के लिए आते हैं। चिकित्सकों के हड़ताल के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वही सड़क दुघर्टना, सर्प दंश, और इमरजेंसी सेवा के लिए इमरजेंसी में चिकित्सकों की एक टीम तैनात रही। जिसमें आपातकालिन प्रभारी डा. प्रेम रंजन भास्कर, डा. प्रमोद कुमार, जूनियर डा. रामा प्रिया, डा. सारिका, डा. कोमल कृति, डा. सचिन कुमार शामिल थे। इस दौरान एक्सीडेंटल मरीज सुपौल जिला के करजाइन निवासी शिव नारायण पासवान का इलाज किया

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