कोशीतक/आलमनगर मधेपुरा
कोसी बराज से छोड़े गए पानी का भयंकर रूप इस क्षेत्र में दिखना शुरू हो गया है। प्रखंड क्षेत्र के खापुर पंचायत, रतवारा पंचायत, गंगापुर पंचायत, इटहरी पंचायत के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने लगा। वहीं इसके चपेट में खापुर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय मलिया डीह बाढ़ की चपेट में आ जाने के बाद विद्यालय चारों ओर से बाढ के पानी से घिर गया है। जिस वजह से विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को बाढ़ के पानी में जान हथेली में डालकर विद्यालय जाने को मजबूर है। पानी से होकर पैदल ही विद्यालय के छात्र छात्रों को विद्यालय जाते देखा गया यह विद्यालय प्रत्येक वर्ष बाढ़ की चपेट में आ जाता है। इसके बाद विद्यालय को मध्य विद्यालय खापुर में शिफ्ट कर दिया जाता है। इस बाबत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विजय ठाकुर ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय मलिया डीह बाढ के पानी से चारों ओर घिरने की जानकारी मिली है। इस विद्यालय को मध्य विद्यालय खापुर में शिफ्ट कर दिया जाएगा।वही बाढ़ के कारण लोगों को भारी समस्याओं से रूबरू होना पड़ रहा है। खासकर पशुओं के चारा का संकट हो गया है। लोग पशुओं के चारा के लिए नाव का सहारा लेकर अपनी जान जोखिम में डालकर घास लाकर किसी तरह अपनी मवेशी की रक्षा करने में लगे हुए हैं। वही कई पशुपालक अपने पशुओं को ऊंचे स्थान पर लेकर जाते देखे जा रहे हैं। वहीं शनिवार को सीओ दिव्या कुमारी ने क्षेत्र का दौरा कर बाढ प्रभावित गांव का जायजा लिया। स्थानीय ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी परेशानी से रूबरू हुए और हर संभव मदद पहुंचाने की बात कही। सीओ दिव्या कुमारी ने बताया कि बाढ़ पर प्रशासन की पैनी नजर है। ऊंचे जगह को चिन्हित कर लिया गया है जहां जल स्तर में वृद्धि होने के बाद बाढ़ से घिरे हुए लोगों को सुरक्षित रखा जा सके। साथ ही ऐसे स्थलों का भी चयन किया गया है। जहां सामुदायिक किचन चलाया जाए। ताकि आपदा के समय लोगों को भूखे नहीं रहना पड़े सहायता दल का गठन किया गया है। फिलहाल लोगों के आवागमन हेतु 4 नाव का परिचालन किया जा रहा है। वैसे स्थान पर भी नाव दिया जाएगा जहां लोगों को आवश्यकता पड़ेगी लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया जा रहा हैं।
आलमनगर से कन्हैया महाराज की रिपोर्ट
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