नवनिर्मित ललित धर्मशाला का एसडीओ संतोष कुमार ने किया उद्घाटन।

Dr.I C Bhagat
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ललित धर्मशाला का उद्घाटन अवसर पर एसडीओ और एएसपी


कोशीतक/ सिंहेश्वर मधेपुरा


सिंहेश्वर मुख्य बाजार स्थित ललित धर्मशाला का मंगलवार को 7 बजे एसडीओ संतोष कुमार ने किया। इस अवसर पर दुकानदारों ने एसडीओ संतोष कुमार और एएसपी प्रवेंद्र भारती का स्वागत मिथिलांचल के परंपरा के अनुसार शाल और पाग से किया। संत गंगा दास ने विश्व  नशा उन्मूलन की ओर से एक लीफ भेंट किया। इस अवसर पर एसडीओ श्री कुमार ने सभी दुकानदारों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी दुकानदार शांतिपूर्ण ठंग से धर्मशाला में अपनी प्रतिष्ठान को आगे बढ़ाएं।  उन्होंने कहा की धर्मशाला में अब सबसे जरूरी धर्मशाला का निर्माण कार्य करना जरूरी है। जिसे भी जल्द पुरा कर लिया जाएगा। अभी  तक ललित धर्मशाला में 32 दुकान बने हैं। धर्मशाला के निर्माण के बाद एक बार फिर ललित धर्मशाला सिंहेश्वर का ह्रदय स्थली के रूप में फिर से स्थापित होंगे।  

इस अवसर पर सदस्य मुकेश  कुमार मुन्ना कुमार ने बताया की जिस तरह सचिव ने ललित धर्मशाला का दुकान का निर्माण कराया है उसी तरह जल्द धर्मशाला का भी निर्माण हो ताकि यहा के जन मानस धर्मशाला का लाभ समय पर मिल सके। 

सदस्य राजीव कुमार बबलू ने कहा दुकानदारों के वर्षों का सपना साकार हुआ है। और दुकानदारों को लगभग 1 साल में दुकान बना कर दे दिया गया। 

धर्मशाला के सचिव अशोक कुमार भगत ने कहा यह धर्मशाला 3-3 अध्यक्षों का गवाह बना है। जिसमें सबसे बड़ा योगदान तत्कालीन एसडीओ नीरज कुमार का रहा जिसने सभी के मनसुबो को ध्वस्त करते तमाम अड़चन को खत्म कर भूमि पुजन कर निर्माण कार्य को गति देने का काम किया। वही छत का ढलाई का काम एसडीओ धीरज कुमार सिन्हा के द्वारा संपन्न किया गया। वही एसडीओ संतोष कुमार ने ललित धर्मशाला के दुकान का उद्घाटन किया। दुकानदार सतीश कुमार भगत ने कहा 1 साल में ललित धर्मशाला के दुकान का निर्माण से हमलोग काफी प्रसन्न  हैं। मौके पर उपाध्यक्ष विश्वनाथ पुराण सुखका, कोषाध्यक्ष राजेश कुमार सर्राफ, मनीष सर्राफ, बजरंग टेकरीवाल, मुकेश कुमार, लखन मंडल, गंगा दास तांती, चंदन राम, स्वागतकर्ता अरविंद सिंह, कैलाश सिंह, शंकर अग्रवाल, अरविंद कुमार भगत, प्रभु नाथ भगत, राजू राजा, अशोक गुप्ता, गणेश कुमार, दीपक कुमार अग्रवाल, सुमित कुमार अग्रवाल, नवीन कुमार अग्रवाल, चेतन कुमार, चंदन सिंह, सतीश कुमार भगत मौजूद थे।

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