कोशीतक/ गम्हरिया मधेपुरा
गम्हरिया प्रखंड मुख्यालय स्थित आवासीय बाल विद्या विहार बालक छात्रावास में मंगलवार की सुबह आग लगने से लाखों का सामान जलकर राख हो गया है। घटना के समय सुबह करीब 6 बजे हॉस्टल में रहने वाले बच्चे स्कूल के कैंपस पास में ही प्रार्थना के लिए गया था। अगर आग लगने के समय हॉस्टल में बच्चा होता तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। इस बाबत हॉस्टल के प्राचार्य माहेश्वरी यादव ने कहा कि आग कैसे लगी अब तक इसका पता नहीं चल सका है। घटना में हॉस्टल के चौकी, बेड के अलावा संबंधित बच्चों के कपड़े, कुछ पुस्तक व अन्य सामान पूरी तरह से जलकर राख हो गया। मालुम हो कि इस स्कुल में एक से लेकर दस तक की पढ़ाई होती है। जिसमें करीब 800 से 900 तक छात्र छात्राएं पढ़ते हैं। स्कूल के हॉस्टल में कक्षा एक से दस तक के करीब 250 बच्चे रहते थे। इन बच्चों की उम्र 5 से 15 साल के बीच है। जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि आग गैस सिलेंडर के रिसाव के कारण लगा है। मंगलवार की सुबह करीब 6:30 बजे उस समय आग लगी जब हॉस्टल के सारे बच्चे स्कूल के कैंपस में प्रार्थना कर रहे थे। उसी समय किसी बच्चों की नजर हॉस्टल से निकल रहे धुंआ पर पड़ी। आनन-फानन में बच्चे द्वारा हल्ला करते हुए स्कूल से भागने लगे। जब तक स्कूल के शिक्षक व बच्चे कुछ समझ पाते आग विकराल रूप ले लिया। जिससे स्कूल परिसर में आफरा तफरी का माहौल मच गया। हॉस्टल के बच्चे और स्थानीय ग्रामीणों भी बाल्टी में पानी भरकर आग बुझाने का प्रयास करते रहे लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इधर सूचना पर घटना के करीब एक घंटे बाद मधेपुरा से दमकल गाड़ी मौके पर पहुंची। तब तक हॉस्टल का सारा सामान जलकर राख में तब्दील हो चुका था। फिर भी दमकल कर्मियों ने पाइप से पानी देकर बची हुई आग को बुझाया। इससे पास के दूसरे छात्रावास बेडरूम जलने से बच गया। घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष संतोष कुमार गुप्ता और एसआई कमलेश प्रसाद के साथ पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन की।
एक टिप्पणी भेजें