सिंहेश्वर नाथ मंदिर में षोडशोपचार पुजा करते राजस्व मंत्री जायसवाल
कोशीतक / सिंहेश्वर मधेपुरा
श्रावणी मेले को लेकर कम समय में अधिक व्यवस्था कैसी की जा सकती है और न्यास इसके लिए क्या व्यवस्था कर सकती है । इसका जल्द से रिपोर्ट दे ताकि सिंहेश्वर धाम में भव्य श्रावणी मेले का आयोजन किया जा सके। बिहार सरकार के राजस्व मंत्री ने बाबा भोले नाथ की पूजा अर्चना के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उक्त बाते कहीं। राजस्व मंत्री डा. दिलीप जायसवाल ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलग होने के बाद बिहार और झारखंड का सबसे पुराना शिव मंदिर सिंहेश्वर धाम हमेशा उपेक्षित रहा है। इसका जो भी कारण हो। सिंहेश्वर को विश्व पटल पर लाना आप सबकी जिम्मेदारी है और बिहार सरकार इस जिम्मेदारी में कभी पीछे नहीं हटेगी।बाबा मंदिर में षोडशोपचार पूजा के बाद कलावा बंधवाते मंत्री
मंदिर नियंत्रण कक्ष में संवाददाताओं को संबोधित करते मंत्री
पैसे की कोई कमी नहीं है
सिंहेश्वर धाम में आने वाले श्रद्धालु और कांवरियों को लिए उनके सेवा में उनके स्वागत के लिए जो भी खर्च होगा वो बिहार सरकार करेगी। अभी फिलहाल 15 लाख की उप आबंटन किया गया है। परिस्थिति जैसे भी हो राशि की कमी नहीं है। साथ ही राजस्व मंत्री श्री जायसवाल ने कहा कि बाबा नगरी को सुंदर और आकर्षक बनाएं और इस कार्य में बिचौलिए को न रखें। न्यास काम का बजट दे विभाग उस बजट को सीधे तौर पर पास करेगी। उन्होंने पूर्णियां के सांसद राजेश राजन उर्फ पप्पू यादव, जिला पदाधिकारी विजय प्रकाश मीणा, विधान पार्षद ललन सर्राफ सहित सोशल मीडिया पर एक्टिव लोगों का जिक्र करते हुए कहा कि सिंहेश्वर धाम में श्रावणी मेला लगे इन सभी का प्रयास काफी रहा। जिसके कारण राजस्व विभाग की और से 15 लाख में उप राशि दी गई । उन्होंने कहा कि शिवभक्तों के स्वागत में कोई कमी नहीं रहेगी।
स्थानीय लोग और मीडिया भी निभाएं अपनी जिम्मेदारी
राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल ने स्थानीय लोगों खासकर मीडिया लोगों से कहा कि सिर्फ बाबा नगरी की खामियां मत निकालिएगा। ये बड़े सौभाग्य की बात है कि सिंहेश्वर में बाबा विराजमान है। जितना हो सके उतना ही 24 घंटे में सिर्फ 2 घंटे ही सही एक महीना शिव भक्त को दे और उनकी सेवा करे ताकि शिव भक्तों को लगे कि सिंहेश्वर धाम भी सेवा के मामले में किसी से कम नहीं। क्योंकि यहां की पहचान ही शिव नगरी से है और शिव के स्थान के लोग खामियां निकालेंगे तो क्या मैसेज जाएगा लोगों के पास। इसलिए सेवा करें सभी बातें बाद में बाबा और बाबा के भक्तों की सेवा पहले। उन्होंने सिंहेश्वर लोगों से कहा कि आप जितना हो सके योगदान दीजिए।
7 दिनों में करें अतिक्रमण मुक्त।
बाबा के भूमि के अतिक्रमण के सवाल पर राजस्व मंत्री ने कहा कि सिंहेश्वर को 7 दिनों के अंदर अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। इसके लिए एडीएम, एसडीओ और सीओ को आदेश देते हुए कहा है। बाबा की भूमि में अतिक्रमित बिल्डिंग को जेसीबी लगा कर खाली कराया जाय। मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि इन 7 दिनों में पटना से एक टीम भेजी जाएगी जो हटाए गए अतिक्रमण की जांच करेगी साथ ही दो से तीन दिन के अंदर मंदिर न्यास समिति एक बैठक कर आय व्यय पर मंथन कर ले जितना खर्च का एस्टीमेट भेजेगी उसपर चर्चा कर लिया जाएगा और उनती राशि आवंटित की जाएगी। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने की दौरान ऐसे लोग जो खुद को किसी की पैरवी लाते हैं चाहे सांसद की हो या विधायक की हो उसको चिन्हित कर करवाई करें। श्रावणी मेला से पूर्व हर हाल में अतिक्रमण हटा दिया जाए।
जन प्रतिनिधियों को भी शामिल करें।
राजस्व विभाग के मंत्री दिलीप जायसवाल आज काफी मूड में लग रहे थे। ऐसा लग रहा था कि वे मंदिर के विकास और श्रद्धालु की सेवा के लिए कुछ कर गुजरे। और इसी काम के लिए बाबा ने उसे अचानक सिंहेश्वर भेजा है।उन्होंने कहा कि मंदिर न्यास समिति की बैठक में स्थानीय जनप्रतिनिधि नगर पंचायत के अध्यक्ष और इस वार्ड का वार्ड पार्षद को भी शामिल किया जाना चाहिए। वे जिस तरह से आना चाहे, चाहे निमंत्रण ही क्यों न देना पड़े उन्हें बैठक में शामिल किया जाना चाहिए। ताकि अधिक से अधिक मंदिर में आने वाले श्रद्धालु को मदद किया जा सके। और नगर पंचायत से विकास का खाका तैयार हो सके। उन्होंने स्पष्ट कहा कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए जो भी करना पड़े सरकार करेगी। उन्होंने नगर पंचायत के मुख्य पार्षद और मंदिर के वार्ड पार्षद को बैठक में बुलाने का निर्देश दिया।
धार्मिक स्थलों की व्यवस्था से लें सिख
मंदिर न्यास समिति के सदस्य से राजस्व मंत्री ने कहा कि मंदिर न्यास समिति एक टीम भारत के विभिन्न देव स्थलों में भेजकर इस बात का जायजा लें कि उस जगह क्या नया है। कैसे हो सकता है क्या हो सकता है। सभी देव स्थल का अध्ययन करें और उसमें जो बेहतर लगे उसे यहां लागू करें। राजस्व मंत्री ने कहा कि एक महीने तक लगने वाले श्रावणी मेला परिसर या उसके आसपास मांस मछली की बिक्री पर पूर्णतः रोक लग जाना चाहिए। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील भी किया कि बाहर से आने वाले श्रद्धालु को वो शिव का अनुयाई समझे। वे जितनी शिव भक्तों की सेवा करेंगे महादेव अपनी कृपा उतनी ही सिंहेश्वर वासियों पर बरसाएंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर पहले करवाई करें जो खुद को मंत्री का नेता आदमी कहता हो।
राजस्व विभाग ही राशि कराती है उपलब्ध
पर्यटन विभाग के द्वारा घोषणाओं के एक सवाल में राजस्व मंत्री ने कहा कि पर्यटन विभाग एक माप दंड तय करती है विकास का जिसे राजस्व विभाग द्वारा पारित किया जाता है। सिंहेश्वर को पर्यटन का दर्जा दिया जाय या नहीं ये बाद की बात है और विभाग की बात है। पहले जो समस्या सर पर उससे निपटा जाय ताकि सावन माह एक इतिहास लिख सके। राजस्व मंत्री श्री जायसवाल ने कहा कि मंदिर के विकास के लिए मंदिर के पास भी पैसे की कमी नहीं है । यहां से जो राजस्व प्राप्त होता है उसका 20 प्रतिशत राशि वहां के विकास के लिए खर्च किया जाना है। अभी करोड़ों की राशि है खर्च करने के लिए। न्यास काम का रूप रेखा तय करें इसके लिए न्यास के प्रबंधक, सचिव , अध्यक्ष व सदस्य हैं जो भी खर्च होगा वो दिया जाएगा। मौके पर एडीएम अरूण कुमार, एसडीओ संतोष कुमार, एसडीसी सह प्रबंधक न्यास समिति संतोष कुमार, भाजपा नेता सहरसा जिलाध्यक्ष दिवाकर सिंह, सुपौल जिलाध्यक्ष नागेंद्र ऋषिदेव, मधेपुरा जिलाध्यक्ष दीपक यादव, अंकेश गोप, अनमोल राय, सुधीर भगत, प्रदेश मंत्री स्वदेश कुमार, आभाष झा, रीता राय, जिला महामंत्री अभिषेक साह, मंडल अध्यक्ष संतोष मल्लिक, विष्णु शर्मा, संजय पाठक, अरूण ऋषिदेव, विनोद सरदार, सुभाष चौहान, पंमपोल यादव, राजीव रंजन, हीरा कुमार, योगेन्द्र ऋषिदेव, केशव शर्मा, संजय पौदार, पुजारी अमरनाथ ठाकुर उर्फ लालबाबा, सत्येंद्र ठाकुर उर्फ बचनु बाबा, संजीव ठाकुर उर्फ मुन्ना बाबा, शंकर ठाकुर उर्फ रधु बाबा, पवन ठाकुर मौजूद थे।