कोशीतक/ सिंहेश्वर मधेपुरा
सिंहेश्वर के प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत शांतिवन गली में प्रभु नारायण भगत के यहा श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद ने कहा मोदी जी का 400 पार के नारा पर देश के राष्ट्रीय चैनलों ने भी अपनी मुहर लगा दी है। उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि सातवें चरण का चुनाव संपन्न हो चुका है। इसके बाद एग्जिट पोल पर आए आंकड़े के अनुसार पूरे भारत में एनडीए गठबंधन का तीसरी बार सरकार अपरा बहुमत से सरकार बनना तय है। उन्होंने कहा वास्तव में इस चुनाव से हम सबों ने आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत का सपना देश के सामने रखने का प्रयास किया। उसका एक व्यापक समर्थन भी देखने को मिला है। आजादी के बाद कांग्रेस के नेतृत्व में लगातार जो सरकार रही है। उसने सिर्फ परिवारवाद, भ्रष्टाचारवाद को बढ़ावा दिया। इसलिए देश कहीं ठहरा हुआ सा नजर आ रहा था। और जिस पैमाने पर भारत की तरक्की होनी चाहिए थी। वह नहीं हो पा रही थी। जिसे यशस्वी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई और नरेंद्र मोदी के दस वर्षों के कार्यकाल में गति देने का काम किया। उन्होंने कहा सबसे अच्छी बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दस वर्षों में देखने को मिली कि केंद्र सरकार की जितनी भी कल्याणकारी नीति और योजना है लोगों तक पहुंचा है। लोगों ने इसे महसूस भी किया है। इस चुनाव में इंडी गठबंधन के पास प्रधानमंत्री का कोई चेहरा भी स्पष्ट तौर पर नही था। इस बार का चुनाव में देश का प्रधानमंत्री कौन होगा इस पर लड़ा गया है। कार्यक्रम में राजनीति पर चर्चा करते उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद
एनडीए गठबंधन के पास नरेंद्र मोदी जैसा विशाल व्यक्तित्व का चेहरा था। वही इंडी गठबंधन के पास कोई चेहरा ही नही था। उसमें जितने भी नेता है या तो वो जेल में है या बेल पर है। और स्वाभाविक तौर पर किसी में इतनी हिम्मत और ताकत नहीं है. जो नरेंद्र मोदी के सामने उम्मीदवार के रूप ठहर सके। राष्ट्रीय चैनलों का एग्जिट पोल ने यहां साबित कर दिया है। एनडीए चार सौ के पार सीट जीत रहा है।इस प्रचंड जीत के बाद पहले देश के विकास की रफ्तार और बढ़ेगी और भारत को सोने की चिड़िया के जगह अब सोने का शेर कहा जायेगा। और फिर विकसित भारत का निर्माण होगा। मौके पर थानाध्यक्ष विरेंद्र राम, व्यापार संघ के महासचिव अशोक भगत, पुर्व सरपंच राजीव कुमार बबलू, डॉ एलपी भगत, पवन कुमार भगत, सुभाष चंद्र भगत, व्याहुत संघ अध्यक्ष अशोक भगत, विनोद भगत, मनोज कुमार, भगत, प्रभु नारायण भगत, रौशन भगत, शिव शंकर प्रसाद भगत, राम कुमार भगत, सुभाष चंद्र घोष, घनश्याम शर्मा, सतीश प्रसाद भगत, हेमचंद्र प्रसाद भगत, सुरेंद्र सिंह, अनील भगत, आदि मौजूद थे.
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