सुखासन के श्रीमद्भागवत कथा में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़।

श्रीमदभागवत कथा कहते कथावाचक अतुल जी महाराज 
सुखासन में शिव पार्वती की भाव-भंगिमा पुर्ण दृश्य 


कोशीतक /सिंहेश्वर मधेपुरा


सुखासन में जय हनुमान राईस मील के प्रांगण में चल रहे सप्ताहिक श्रीमद्भागवत भागवत कथा में लगातार भीड़ बढ़ती ही जा रही है। कथा का आनंद लेने के लिए दुर दुर से लोग पहुच रहे हैं। कथा के साथ कलाकारों के द्वारा जो भव्य दृश्य  प्रस्तुत कर रहे हैं। वह देखते ही बनता है। कथावाचक अतुल जी महाराज ने जहा मान सम्मान नही मिले वहा नही जाना चाहिए। उन्होंने कहा बीना बुलाए तो मायके भी नही जाना चाहिए। बीना बुलाए जाने पर अनिष्ट ही अनिष्ट की संभावना अधिक रहती है। उन्होंने कहा जब माता सती भी इससे अछूते नही रहे। तो  हम तो साधारण नश्वर जीव है। उन्होंने माता सती की कहानी सुनाते हुए कहा जब साधु संतों की टोली प्रजापति दक्ष के यहा जा रहे थे। तो उनको जाते देख माता सती ने पुछा आप लोग कहा जा रहो तो उन्होंने माता को बताया प्रजापति दक्ष के यहा यज्ञ में जा रहे हैं। 

सुखासन के श्रीमद्भागवत  में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ 

यह  सुनते ही माता सन्न रह गई।माता का मन विचलित हो उठा। यह समाचार सुनकर तो माता को लगा ये क्या हो रहा है। वैसे तो महिलाएं अपने  मायके के आगे किसी का नही सुनती है। मेरे मायके में ये हो रहा है तो वो है। लेकिन आज माता इस  खबर को सुनकर बड़े ही उदास मन से बाबा भोलेनाथ के पास आकर कहती हैं। मेरे पिता यज्ञ कर रहे सभी देवी देवताओं को बुलाया है। लेकिन हमें निमंत्रण नही भेजा है।  हमें भी वहा चलना चाहिए। भगवान भोलेनाथ ने सति को समझाया की जहा से निमंत्रण नही मिला हो वहा नही जाना चाहिए। लेकिन अपने पिता की लाडली बेटी होने के कारण सती जिद पर अड़ी रही। और अंत बाबा भोलेनाथ ने उसे नंदी के साथ मायके भेज दिया। माता सती जब मायके पहुंची तो उनका उनके  पति का वहा धोर अपमान किया गया। माता सति यह अपमान सह नही सकी उसी यज्ञ की कुंड में अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। उन्होंने कहा वेद पुराण हमें सच्चे मार्ग पर चलने की सीख देता है। संतों के संग और उनके विचारों को धारण करने से सत्य कर्म करने की सीख मिलती है। मौके पर नगर पंचायत सिंहेश्वर के मुख्य पार्षद पूनम देवी, व्यापार मंडल के अध्यक्ष शिवचंद्र चौधरी, इं जय प्रकाश जायसवाल, सुभाष चौधरी, ओम प्रकाश जायसवाल, मुनेश्वर चौधरी, गोविंद कुमार, राज किशोर कुमार, संतोष चौधरी, पप्पू कुमार यादव, मुकेश कुमार, विनय यादव, कार्तिक कुमार कर्ण, विनोद कुमार, रणबीर कुमार, लखविंदर कुमार, प्रभाकर कुमार, जैकी कुमार, रवि कुमार, प्रमोद यादव, ओम प्रकाश कुमार, सहायक रिशु कुमार, रंजीत सिंह, हनुमान कुमार, प्रदीप यादव, अखिलेश यादव, सुनील कुमार आदि मौजूद थे ।

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