कोशीतक/सिंहेश्वर मधेपुरा
जेएनकेटी मेडिकल कालेज सह अस्पताल में 14 जून को विश्व स्वैच्छिक रक्तदाता दिवस के अवसर पर एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस बाबत जेएनकेटी मेडिकल कालेज के ब्लड बैंक प्रभारी डा. अंजनी कुमार ने बताया की विश्व रक्तदाता दिवस की शुरुआत वर्ष 2004 में हुई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 14 जून को रक्तदान दिवस के रूप में घोषित किया गया था। तब से आज तक हर साल 14 जून को यह रक्तदान दिवस मनाया जाता है। साथ ही 14 जून को अधिक से अधिक की संख्या में 18 वर्ष से 60 वर्ष तक के व्यक्ति मेडिकल कालेज मे लगने वाले शिविर में पहुच कर रक्तदान कर सकते हैं। ताकि जरूरतमंदों की जिंदगी बचाई जा सके।
रक्तदान कौन कर सकता है?
कोई भी डोनर, जो स्वस्थ, तंदुरुस्त और किसी भी संक्रमित बीमारी से पीड़ित नहीं है, रक्तदान कर सकता है।
दाताओं की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए और उनका वजन न्यूनतम 50 किलोग्राम होना चाहिए।
दाता का हीमोग्लोबिन स्तर न्यूनतम 12.5 होना चाहिए।
उनके पास आवश्यक न्यूनतम नाड़ी दर होनी चाहिए।
रक्तचाप का स्तर सामान्य होना चाहिए।
शरीर का तापमान सामान्य होना चाहिए।
जेएनकेटी मेडिकल कालेज के आपातकालीन प्रभारी डा. प्रिय रंजन भास्कर ने 14 जून को रक्तदान करने के लिए जेएनकेटी मेडिकल कालेज में आने के लिए आह्वान करते हुए कुछ पंक्तियां कही।
रक्तदान आसान है, कठिन नहीं है यार, 14 जून के दिन हमें, रहना है तैयार।
रक्त का दान आपके लिए कुछ मिनट का मतलब है लेकिन किसी और के लिए यह जीवनकाल है।
नस काटकर खून मत बहाओ किसी अंजान के लिए, बस रक्तदान कर दो किसी इंसान के लिए।
हंसते हंसते कीजिये, रक्तदान का काम, ताकि दुखियों को मिले, जीवन का आराम।
मौका दीजिए अपने खून को, किसी की रगों में बहने का, ये लाजवाब तरीका है, कई जिस्मों में ज़िंदा रहने का।
एक टिप्पणी भेजें