कोशीतक / सिंहेश्वर मधेपुरा
बिहार में बढ़ती गर्मी को देखते हुए जिला प्रशासन ने गरीबों, निसहाय और मज़दूरों को तपती धूप में और रात्री विश्राम के लिए दिन दयाल अंतोदय योजना - राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत मधेपुरा के खेदन चौक वार्ड नंबर 7 स्थित आश्रय स्थल का लाभ लेने की नसीहत दी। इस बाबत आश्रय स्थल के प्रबंधक कंचन शर्मा ने बताया मधेपुरा के खेदन चौक स्थित आश्रय स्थल भवन 3 मंजिल का है। यहा 50 बेड की सुविधा उपलब्ध है। ग्राउंड फ्लोर पर बुजुर्ग के लिए व्यवस्था की गई है। वही प्रथम तल पर जेंस के लिए और उपरी तल पर महिलाओं के लिए व्यवस्था है। इस आश्रय स्थल पर सभी वर्गों के वृद्धजन रह पायेंगे, जिनकी सुरक्षा व स्वास्थ्य की पूरी निगरानी जिला स्तर पर होगा। इस योजना से वैसे वृद्धजनों को सहूलियत होगी, जो अपनों व हालात के मारे हुए है। उन्होंने कहा योजना के तहत राज्य ने उपेक्षित व बेसहारा अन्य वरिष्ठ नागरिकों को आश्रय सहित अन्य सुविधा देने की योजना बनायी है। ताकि बुजुर्ग आश्रय स्थल गृह पर आराम से रहें। और स्वस्थ और गरिमापूर्ण जीवनयापन कर सकें।50 बेड की बिजली, पानी सहित आधुनिक सुविधा मौजूद
यह होगी सुविधा
आश्रम इन के लिए आश्रय स्थल में ठहरने की व्यवस्था, आश्रय स्थल में स्वास्थ्य, मनोरंजन, ओआरएस, शुद्ध ठंडा पेयजल की व्यवस्था, रहने के लिए बिस्तर, पंखा, तकिया, चादर, मच्छरदानी, शौचालय की व्यवस्था और मांग के अनुसार भोजन की व्यवस्था, बुजुर्ग आराम से यहां रहकर कुछ आजीविका के लिए भी कर सकेंगे। जिला प्रशासन इसके लिए भी तैयारी कर रहा है। जहां बुजुर्गों का समय भी कट जायेगा और उनके हाथ में कुछ पैसे भी रहेंगे।प्रबंधक ने बताया है आश्रय स्थल में मौजूद सुविधा
यह है योजना
जिन परिवार व्यक्ति के पास अस्थाई घर ना हो, सड़क के किनारे सोते हो, पुलों के नीचे रहते हो, निर्माणाधीन मकान के नीचे सोने वाले मजदूर, फुटपाथ पर सोने को मजबूर परिवार और व्यक्ति, ग्रामीण क्षेत्र से आए गरीब मजदूर जिनका रहने का ठिकाना ना हो, रिक्शा चालक, ठेला चालक, भिक्षा मांगने वाले व्यक्ति, वृद्ध महिला और व्यक्ति जिनके रहने के लिए घर ना हो, डिवाइडर पर सोने वाला व्यक्ति आश्रय स्थल का लाभ ले सकता है।