कोशीतक/ सिंहेश्वर मधेपुरा
सीएचसी सिंहेश्वर में तांबाकु निषेध दिवस के अवसर पर सीएचसी कर्मियों ने धूम्रपान नही करने की नसीहत दी। इस अवसर पर चिकित्सा पदाधिकारी डा. रविन्द्र कुमार ने बताया की पूरी दुनिया में हर साल 31 मई को वर्ल्ड नो टोबैको डे मनाया जाता है। ताकि तंबाकू से होने वाले नुकसान को लेकर लोगों को जागरूक किया जा सके। इस साल का थीम का है कि तंबाकू के उद्योग में बच्चों की दखल को कम करना। उन्होंने कहा धूम्रपान फेफड़ों, मुंह, गला, अग्न्याशय, गुर्दे और मूत्राशय सहित कई प्रकार के कैंसर का मुख्य कारण है। धूम्रपान से हृदय रोग, कोरोनरी धमनी रोग और दिल का दौरा पड़ने का जोखिम बढ़ जाता है। धूम्रपान मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को कम करके स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ा देता है। धूम्रपान से क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस, एम्फ़ाइसेमा और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज जैसी श्वसन संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। धूम्रपान प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है, जिससे शरीर संक्रमणों से लड़ने में कम सक्षम हो जाता है। उन्होंने कहा गर्भवती महिलाओं में धूम्रपान से समय से पहले जन्म, जन्म के समय कम वजन और नवजात मृत्यु दर का जोखिम बढ़ जाता है। धूम्रपान से मसूड़ों की बीमारी, दांतों का नुकसान और ओरल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। धूम्रपान त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज करता है, जिससे झुर्रियां और त्वचा की लोच कम हो जाती है। डा. राजीव रंजन ने कहा विश्व तंबाकू निषेध दिवस तंबाकू महामारी का सामना करने और वर्तमान तथा भविष्य की पीढ़ियों को तंबाकू के उपयोग की जागरूकता विनाशकारी परिणामों से बचाने की तत्काल उपाय है। इस अवसर पर सभी स्वास्थ्य कर्मियों को तांबाकु सेवन नही करने की शपथ दिलाया गया। मौके पर लेखापाल अमीत सिन्हा, सीबीसी रूपेश कुमार, जीएनएम दीपक शर्मा, विनोद कुमावत, बेबी सुप्रिया, शिल्पा कुमारी, सरस्वती राय, रिंकू कुमारी, दिव्य भारती, क्लर्क ओम प्रकाश पासवान, काउंसलर सोनी कुमारी, एलटी शंभू कुमार व संतोष कुमार, एक्स-रे टेक्निशियन घनश्याम चौपाल, स्वास्थ्य कर्मी संदीप कुमार, डाटा आपरेटर ज्ञान प्रकाश, सुरक्षा कर्मी पप्पू कुमार सहित कई स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।