लालपुर महादलित टोला की महिलाओं को बरगला कर 9 माइक्रो फाइनेंस कंपनी से रूपया लेकर फरार हुआ। बैंक कर्मी के तगादा के बाद मामला हुआ उजागर।

Dr.I C Bhagat
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पंचायत समिति सदस्य से न्याय की आस में  पहुंची  महादलित महिला 


कोशीतक/ सिंहेश्वर मधेपुरा 


सिंहेश्वर के लालपुर स्थित महादलित टोला से 9 माइक्रो फाइनेंस कंपनी के महिलाओं द्वारा जमा किए गए करीब 50 लाख से अधिक की राशि कंपनी द्वारा मनोनीत महिला लेकर फरार हो गई है।  महिलाओं को इस बात की जानकारी तब मिली जब मंगलवार तो समूह की महिला राशि जमा करने मनोनीत महिला मीना देवी के घर गई। जहां घर में ताला लटका पड़ा मिला। सभी महिला महादलित समुदाय से आती है । अपने को ठगा महसूस करती महादलित बस्ती की महिला 

 

कहती है समूह की महिला


समूह की महिला रंजू देवी, संतोलिया देवी, पूनम देवी, ममता देवी, कंचन देवी, निलम देवी, रंजन देवी, शांति देवी, लीला देवी, निक्कू देवी, आशा देवी, रेखा देवी, बचबी देवी, गुड़िया देवी, अरजी देवी, उर्मिला देवी, सरिता देवी, रीता देवी, चुन-चुन देवी, गायत्री देवी, रंजु देवी, ललीता देवी, रिंकू देवी, रेखा देवी, तुलामेन देवी सहित मुसहरी टोला लालपुर सरोपटटी वार्ड 11 के सैकड़ों महिलाओं का कहना था की कंपनी द्वारा दिए गए लोन को वे उक्त महिला के पास समय से एक दिन पहले जमा कर देती थी। ताकि उनका लोन सही समय पर जमा हो सके। कई महिलाओं का विभिन्न फाइनेंस कंपनी में 9 महीने से अधिक की राशि जमा नहीं किया गया है। माइक्रो फाइनेंस कंपनी का पासबुक 

इन कंपनी ने दिया लोन

1. फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस बैंक ।

2. मुथुट माइक्रोफीन लिमिटेड

3. आईआईएफएल समस्ता फाइनेंस लिमिटेड 

4. भारत फाइनेंशियल इंक्लूजन लिमिटेड

5. सेव माइक्रोफाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड

6. एचडीबी फाइनेंशियल सर्विस लिमिटेड

7. सरला डेवलपमेंट एंड माइक्रोफाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड

8.क्रेडिट एक्सेस ग्रामीण लिमिटेड।

9. स्वतंत्र माइक्रोफीन प्राइवेट लिमिटेड। 

हालांकि एचडीबी फाइनेंशियल सर्विस लिमिटेड कंपनी का महिलाओं के पास दो किस्त ही बकाया रह गया है। शेष 8 बैंक का बकाया करीब 6 महीने से ऊपर का बकाया बताया जा रहा है। किस्त लेने पहुंचे एचडीबी फाइनेंशियल सर्विस लिमिटेड के कर्मचारी 

कंपनी ने फरार महिला पर जताया था भरोसा

यदि लोन लेने वाली महिलाओं की माने तो सभी का कहना था की कंपनी द्वारा मीना देवी पति बबलू सिंह के पास लोन जमा करने की बात कही गई थी। ताकि लोनी महिला और कंपनी को सुविधा हो। महिलाओं का लोन भी उक्त महिला के द्वारा ही पास कराया जाता था। जिसके कारण माइक्रो फाइनेंस कंपनी से महिला के अच्छे रिश्ते बन गए थे। अपने साख के बल पर 30 हजार से 65 हजार तक लोन पास करवा देती थी। इस मामले में कंपनी भी कम दोषी नहीं है वे समय समय पर समूह की महिला के बीच कोई बैठक भी नहीं करता था। और सारी जिम्मेदारी फरार महिला को दे दी गई थी। वहीं दूसरी और गीता देवी जो वार्ड 11 की ही रहने वाली है वे अपने समुदाय के महिला को फरार महिला से लोन दिलवाने के लिए मिलवाती जिस काम के लिए उन्हें प्रत्येक महिला के बदले 5 सो रुपए दिए जाते थे। मीना सिंह पर आरोप लगाया महादलित बस्ती की महिला 


फरार महिला ने भी लिया लोन, सीएसपी जांच के दायरे में


फरार महिला मीना सिंह ने भी खुद कई माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन ले रखी थी। लेकिन खुद के खाते को अपडेट कर के रखा था। ये सारा खेल एक साल से अधिक से चल रहा था। उक्त महिला द्वारा दो सीएसपी को चिन्हित किया गया था। जहां लोन लेने वाली महिला अपना रूपया निकालने जाती थी। निक्कू देवी, तुलामेन देवी, आशा देवी, नीतू देवी आदि ने बताया कि मीना देवी द्वारा उन्हें पोस्ट ऑफिस रोड व शांति वन स्थित एक सीएसपी पर अंगूठा लगाने के लिए ले जाया करती थी। अंगूठा लगाने के बाद सीएसपी संचालक और उक्त महिला द्वारा कहा जाता था कि लिंक फेल है। इसलिए आपके रूपया का निकासी नहीं हुआ है। लेकिन राशि निकाल ली जाती थी। इस मामले में फरार महिला और दोनों सीएसपी संचालक के मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता।

रूबी देवी के पासबुक पर पति के जगह दुसरा व्यक्ति का फोटो लगाया

लोन के लिए पति भी बदला

फरार महिला मीना देवी इतनी शातिर थी कि यदि किसी महिला का पति लोन लेने से इंकार कर देता था तो किसी अन्य पुरुष के साथ महिला का फोटो लेकर लोन की निकासी कर लेती थी। इस मामले में कई महिलाओं ने गैर पुरुष के साथ फोटो खिंचवा कर लोन की निकासी कर ली और सारी राशि फरार महिला को दे देती थी। क्योंकि उस महिला का कहना था की अपना लोन दे दो मैं सबका जमा करवा दूंगी। इस मामले में कई महिलाओं ने पति तक को नहीं छोड़ा। 

घर में  भी हो रही अनबन

अपने पत्नी के साथ किसी अन्य पुरुष को देख रंजू देवी, सरिता देवी, मंजू देवी सहित दर्जनों महिला की शामत आ गई है। इन महिलाओं का कहना था की कंपनी द्वारा दी गई पास बूक मीना देवी के पास ही जमा था। जो पास बूक फरार महिला के ससुर के द्वारा दिया गया। उस पासबुक को लेकर जब वे घर गए तो पति ने नाराजगी जताते हुए । पत्नी को धमकी तक दे डाली है की लोन की राशि फोटो वाले से जमा करवा लो। अब महिलाएं करें तो क्या करें रूपया भी हाथ से निकल गया कहीं पति न हाथ से निकल जाय। बहरहाल इस मामले में सीएसपी, फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी और फरार महिला के बीच सांठ गांठ से इंकार नहीं किया जा सकता।

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