कोशीतक/ पतरघट सहरसा
सरकारी स्तर पर स्कूली व्यवस्था में सुधार की जितनी भी दावा की जाती हो। लेकिन धरातल पर उतना ही खोखला साबित हो रहा है। इन दिनों हो रहें एक वायरल विडियो से एक मामला सामने आया है। पतरघट प्रखंड के जम्हरा पंचायत स्थित एनपीएस भरना टोला के प्रधानाध्यापिका ने बच्चों को सर्टिफिकेट देने के एवज में 100 लिए देने की मांग कर रही हैं। उक्त स्कूल का प्रधानाध्यापिका गुड्डी कुमारी द्वारा पैसे मांगने का सोशल मीडिया पर तेजी से हो रहें वायरल वीडियो की पुष्टि हमारे चैनल के द्वारा नहीं किया जा रहा है। एक तरफ सुवे के मुखिया नीतीश कुमार भ्रष्टाचार समाप्त करने और जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं। तथा शिक्षा विभाग में सुधार के लिए केके. पाठक का आदेश निर्देश का प्रभाव कई ग्रामीण स्कूलों में नहीं के बराबर दिख रहा है। आये दिन सरकारी स्कूल से अवैध उगाही की खबर आते रहती है। क्या पतरघट प्रखंड क्षेत्र के एनपीएस जम्हरा भरना टोल के प्रधानाध्यापिका गुड्डी कुमारी द्वारा 100 की मांग किये जाने की सोशल मीडिया पर तेजी से विडियो वायरल होने के मामले में विभागीय अधिकारियों द्वारा कार्रवाई किया जाना संभव है। या मामले को इधर उधर कर रफा-दफा कर दी जाएगी। यह अपने आप में बड़ा सवाल खड़ा कर रखा हैं। जबकि वायरल वीडियो में स्पष्ट देखा और सुना जा रहा है कि किस तरह से 100 मांगा जा रहा है। रिश्वतखोरी का मामला कैमरा में कैद हुआ। दरअसल एक युवक ने सर्टिफिकेट लेने पहुंचा था जहां पर युवक से प्रधानाध्यापिका गुड्डी के द्वारा 100 की मांग की जा रही थी। युवक द्वारा प्रधानाध्यापिका का विडियो को खुफिया कैमरे में कैद कर लिया। प्रधानाध्यापिका गुड्डी देवी के द्वारा उक्त युवक से 100 की मांग की गई। युवक ने बताया मैडम 60 पहले हम दे चुके हैं। मैडम ने बोली 40 और दे दो सर्टिफिकेट मिल जाएगा। अब बड़ा सवाल यह है कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास की जारी है। इसके बावजूद भी भ्रष्ट कर्मियों और अधिकारियों द्वारा अवैध उगाई जारी है। अब देखना है कि इस प्रधानाध्यापिका के द्वारा उगाही का वीडियो वायरल होने के मामले में विभाग के द्वारा क्या कार्रवाई किया जा रहा है। इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नवल किशोर झा ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच कर कार्रवाई की जायेगी।
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