
कोशीतक /सिंहेश्वर मधेपुरा
मुस्लिम का पवित्र माह रमजान के पावन माह के तीसरे जुम्मा के दिन भी महाशिवरात्रि मेला के संवेदक जितेन्द्र कुमार ने मेला दुकानदारों को अपने कार्यालय में बुलाकर कर इफ्तार पार्टी दिया। मालूम हो कि महाशिवरात्रि मेला में अधिकांश दुकानदार मुस्लिम समुदाय से होते हैं। और इस बार 8 मार्च से महाशिवरात्रि तो 11 मार्च से मुसलमानों का पवित्र माह रमजान का रोजा शुरू हो गया। इसको देखते हुए मेला संवेदक जितेन्द्र कुमार सिंटु ने हर जुम्मा के दिन इफ्तार पार्टी की घोषणा कर मुस्लिम समुदाय का दिल जीत लिया। और संभवतः अंतिम जुम्मा 5 अप्रेल को भी मेला कार्यालय में अंतिम इफ्तार पार्टी का आयोजन भी संभव दिखता है। जानकारी हो की इस बार मेला का डाक सबसे अधिक 1 करोड़ 25 लाख में हुआ। तो अटकलों का बाजार गर्म हो गया। इस बार मेला में आए दुकानदारों को रोकर जाना पड़ेगा। तो बहुत ज्यादा भाड़ा की वसुली होगी। साथ ही मेला के प्रारंभ से ही प्रशासनिक अड़चन के बाबजूद मेला संवेदक ने हर जुम्मा को मेला दुकानदारों के लिए इफ्तार पार्टी की घोषणा कर उन अटकलों को करारा जबाब दिया। और गंगा जमुनी तहजीब की मिशाल को जीवंत रखने का प्रयास किया। मेला संवेदक के साथ सहयोगी और मेला दुकानदार अवतारी में शामिल
इस मौके पर मेला संवेदक जितेन्द्र कुमार सिंटु ने कहा मेला ही आपसी सौहार्द और भाईचारे का संदेश देता है। और मेला मे सभी कोम के दुकानदार कई राज्यों, देश के बड़े बड़े शहरों से मेला में आते हैं। सभी का पर्व का सम्मान करना चाहिए। इसी को देखते हुए रमजान के पावन माह के हर जुम्मा को एक साथ बैठकर इफ्तार करने का निर्णय लिया गया। ताकि दुकानदार अपने को अलग नही समझे।इस अवसर पर मेला सहयोगी आभाष आंनद झा ने कहा रामजान के पाक माह के शुरू होते ही हमारे संवेदक महोदय ने सभी जुम्मा को इफ्तार की घोषणा कर कर दिया था। यह तिसरा जुम्मा है अब अलविदा जुम्मा बचा हुआ है। इसका मकसद सिर्फ यह है कि बाहर बाहर से आए दुकान यहा से बेहतर मिल्लत और भाईचारे का संदेश लेकर जाए। वही मुखिया संघ अध्यक्ष सह सुखासन मुखिया सह राजद प्रखंड अध्यक्ष किशोर कुमार पप्पू ने कहा मेला संवेदक द्वारा एक अच्छी परंपरा की शुरुआत की गई है। यह आपसी भाईचारे का अभूतपूर्व संदेश देता है। इस तरह का आयोजन चलते रहना चाहिए। वही झुला मालिक मो. कमरूल ने कहा की मेला दुर दुर से आए दुकान एक दस्तर खान पर बैठ कर अवतार करते है। इस संयोग का पुरा श्रेय मेला संवेदक को जाता है। जो मेला में नुकसान के बाद भी भाईचारे को प्राथमिकता दी। दुसरे जुम्मा के अवतारी में शामिल मेला दुकानदार
मौके मेला थानाध्यक्ष राम दयाल सिंह, पुर्व न्यास सदस्य सरोज सिंह, मनोज ठाकुर, शुशांत चौधरी, सोनू कुमार, पंकज कुमार, बबलू कुमार, सुधाकर ठाकुर, विरेन यादव, मो. रिजवान मल्लिक, मो. सकुर, मो. मन्नान, मो. हकीम, मो. इसाक, मो. चांद, मो. जाकीर, मो. मिस्टर, मो. समीम, मो. तबरेज, मो. परवेज, विनोद कुमार, संजय यादव, भुषण यादव, रोशन कुमार, कारू महतो, शंभू कुमार, मो. हसमत, नंद लाल पासवान, दिलखुश पासवान,