4 दिनों से शिवरात्रि मेला में चल रहा विवाद पर अधिकारियों ने लगाया विराम।

Dr.I C Bhagat
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 मेला को लेकर उठा विवाद का एसडीओ ने किया पटाक्षेप 


कोशीतक/ सिंहेश्वर मधेपुरा


महाशिवरात्रि के उद्घाटन या किसी सत्र में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को नहीं बुलाने के बाद लगातार हो रहे धरना प्रदर्शन जैसे विवादों पर विराम लगाने के लिए नव पदस्थापित एसडीओ सह मंदिर न्यास समिति के सचिव ने रविवार को न्याय कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर एक एक कर सारे मामले पर जानकारी दिया। एसडीओ संतोष कुमार ने कहा कि मंदिर न्यास समिति और बिहार सरकार के द्वारा संयुक्त रूप से लगाए जा रहे महाशिवरात्रि मेले के उद्घाटन सत्र में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इसलिए नहीं बुलाया गया क्योंकि मेले का उद्घाटन कोसी रेंज के अधिकारी कर रहे थे। इसलिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को नहीं बुलाया गया। एसडीओ ने कहा कि मेला सबका है और सबके सहभागिता से ही मेला को सफल बनाया जा सकता है। इसलिए अपना विरोध बंद कर मेले की सफलता के लिए प्रयास किया जाना चाहिए। उत्सव हमारे यहां हैं हम अतिथियों का सम्मान करेंगे जो हमारी परंपरा है और स्थानीय जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग मेला में बाहर से आ रहे श्रद्धालुओं का सत्कार करें यही पुरानी परम्परा है। मेले में मौत का कुंआ और थियेटर को अनुमति नहीं देने के सवाल पर एसडीओ संतोष कुमार ने कहा की मौत का कुंआ एक खौफनाक खेल है और इसपर हाईकोर्ट ने रोक लगा रखा है। जबकि थियेटर में लगातार अश्लीलता परोसे जाने की शिकायत मिल रही थी  जिसके कारण स्थानीय लोगों के द्वारा ये कहा गया कि अश्लीलता के कारण महिलाओं को परेशानी होती है इसलिए उसे अनुमति नहीं दी गई। जबकि कुछ चित्रहार को जो अनुमति मिली है उसपर अधिकारियों की पैनी नजर है। यदि किसी तरह की शिकायत मिलती है तो उसे बंद कर दिया जाएगा।  न्यास सचिव श्री कुमार ने स्थानीय जनप्रतिनिधि और आम लोगों से कहा कि मवेशी हाट के मैदान पर तीन दिवसीय सिंहेश्वर महोत्सव का आयोजन किया जाएगा वो कार्यक्रम भी सबका है उसमे सभी आमंत्रित हैं।न्यास सदस्य विजय सिंह ने भी प्रशासन का पक्ष रखा।

न्यास सदस्य ने भी किया प्रेस कांफ्रेंस 

मंदिर न्यास समिति के सदस्य विजय कुमार सिंह ने एसडीओ श्री संतोष कुमार के प्रेस कांफ्रेंस से पहले संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि न्यास की व्यवस्था मंदिर के अंदर और बाहर स्वच्छता मंदिर में पुजा पाठ की व्यवस्था करने की है। मंदिर के अंदर या बाहरी परिसर में गंदगी की सफाई लगातार होती रहे ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो इसपर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों या मेले में थियेटर या मौत का कुंआ कोई विवाद नहीं है। मेला में एक से मनोरंजन का साधन उपलब्ध है। ये मेला सबका है और सभी समझते हैं क्या बेहतर किया जाए की बाबा भोलेनाथ की मर्यादा बनी रहे। किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न देकर मेला का आनंद लें। प्रेस कांफ्रेंस करते मेला सहायक संवेदक डा.आभाष झा 

मेला संवेदक के सहायक ने भी किया प्रेस कॉन्फ्रेंस।

 दूसरी और मेला संवेदक सिंटू यादव ने अपने सहयोगी डॉक्टर आभाष आनंद के साथ एक प्रेस कांफ्रेंस किया। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आभाष आनंद ने कहा कि महाशिवरात्रि के अवसर पर लगने वाले मेले को इस बार जिला प्रशासन ने भव्यता दिया है। इसके लिए जिला प्रशासन के मुखिया मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष विजय प्रकाश मीणा के द्वारा डाक को समय  से पहले निकाला गया। जिसके कारण मेला सजाने के लिए एक समय मिला और मेला में सर्कस सहित कई मनोरंजन के उपाय किए गए। डीएम के विश्वास और मेहनत का नतीजा है कि मेला में एक से एक रंगमंच के कलाकार अपनी अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं।  सिंटू यादव ने कहा कि मेले में आकर्षण का केंद्र नया झूल जो  उड़ीसा से मंगवाया गया रोलेक्स झुला, सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र मां वैष्णो मंदिर का गुफा जो लोगों की आस्था का केंद्र बन गया है। मेला  में इस बार मछली की अद्भुत प्रजाति का दर्शन के लिए फीस इक्वारियम सबसे बेहतरीन प्रस्तुति है। जिसे देखने लोगों की भीड़ उमड़ रही है। उन्होंने कहा कि मेले में किसी भी प्रकार का विवाद नहीं है मेला सबका है सभी अपनी अपनी जिम्मेदारी को समझे और मेले में बाहर से आ रहे लोगों को ऐसा कर दिखाए कि बाबा नगरी की ख्याति दूर दूर तक फैले ।


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