जेएनकेटी मेडिकल कालेज की अधीक्षक को सेवानिवृत्ति के बाद समारोह आयोजित कर किया सम्मानित।

Dr.I C Bhagat
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जेएनकेटी में अधीक्षक डा. मालती कुमारी का भव्य विदाई समारोह 


कोशी तक/सिंहेश्वर मधेपुरा


जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कालेज की अधीक्षक डा. मालती कुमारी को मेडिकल कालेज के सभी वर्गों के सहयोगी और कर्मियों ने भाव भीनी विदाई एक विदाई समारोह आयोजित कर दी। उनके विदाई की शुभ बेला में मेडिकल कालेज के कर्मियों की आंखें नम हो गई। वही इस अवसर पर सीनियर रेजिडेंट के चिकित्सको को भी सम्मानित किया गया। इस भावुक बेला में जेएनकेटी  मेडिकल कालेज के प्रथम पुर्व प्राचार्य डा. अशोक कुमार ने एक साल  के उनकी कार्यशैली को बेहतर बताया। साथ ही मेडिकल कालेज के संघर्ष को रेखांकित करते हुए अपने शुरुआत की कहानी को ताजा करते हुए कहा साथ पैसा रहेगा की नही रहेगा आपका कृत्य जरूर रहेंगा। इस संस्थान को उत्कृष्ट बनाने में अहम भूमिका निभाने के लिए आप जरूर याद किया जाएगा। मेडिकल कालेज ने प्रभारी प्राचार्य डा. दिनेश कुमार ने कहा 2019 में मैं यहा आया उसी समय से मैडम के साथ काम करने का मौका मिला। इनके कार्यों से मुझे काफी सीख मिली है। मैं चाहुंगा मैडम विदाई के बाद भी कामों में लगे रहे और स्वास्थ्य रहें। मेडिकल कालेज के अधीक्षक डा. नगीना प्रसाद ने कहा मेरा संबंध मैडम से 2006 से ही है। वे मेरी गुरु भी रही है। आज उनके ही जगह मैं अधीक्षक का पद मिला है। नम आंखों से कहा वे मेरी मां के समान है। मैं उसके कार्यों को आगे बढ़ाऊंगा। इस अवसर पर ब्लड बैंक प्रभारी डा. अंजनी कुमार ने अधीक्षक के कार्यकाल का वर्णन करते हुए कहा की इनके कार्यकाल में इक्वास में पास किया। बल्ड बैंक में एक साल में 2 हजार डोनेशन प्राप्त किया। जिसमें 250 थैलेसिमिया मरीज को निःशुल्क बल्ड मुहैया कराया गया। पीआरवीसी एनसीएच ग्रुप में 9 मेडिकल कालेज में ड्रग ऐवलिटी में दुसरा स्थान रहा।अधीक्षक डा. मालती कुमारी का विदाई समारोह में शामिल स्वास्थ्य कर्मी 

सभी का सहयोग रहा महत्वपूर्ण

सेवानिवृत्ति के बाद विदाई समारोह में बोलते हुए डा. मालती कुमारी ने कहा जब में अधीक्षक बनी की मुझे पता ही नही था।क्लास से आने के बाद अचानक ही उसके बाद इतना फोन आने लगा मैं  अचंभित रह गई। तब पता चला मुझे अधीक्षक बना दिया गया है। जबकि मुझे एडमिसट्रेसन का पोस्ट अच्छा नही लगा। लेकिन जब सब खुश थे लगातार फोन पर बधाई मिल रही थी। तो मैंने सोचा मुझे भी खुश होने का चाहिए। वही इस काम में मुझे मेडिकल कालेज के सहयोगी, नर्सिंग स्टाफ और आपरेटर का भरपूर सहयोग मिला। खासकर इसमें कोई रिपोर्ट तैयार करने के लिए डा. प्रिय रंजन भास्कर और कर्मियों का जबरदस्त सहयोग मिला। चाहे दिन हो या रात सभी ने हमेशा साथ दिया। उन्होंने  विभागों की चर्चा करते हुए कहा मेरा आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट को डा. सुनील ने अच्छे तरह निभाया। आई डिपार्टमेंट में डा. विनोद की जितनी  भी तारीफ की जाय कम है। उन्होंने कहा चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ के सहयोग से ही कालेज की कार्य को संभाल सकी। उन्होंने आगे भी सभी को अच्छे से काम करने की सलाह दी।अधीक्षक को सेवानिवृत्ति के बाद विदाई समारोह में सम्मानित करते चिकित्सक


अतिथियों को किया गया सम्मानित

पुर्व प्राचार्य डा. अशोक कुमार, डीआईओ डा. बीपीन कुमार गुप्ता, डीएस सदर अस्पताल डा. फुल कुमार, डीभीडीएस डा. मुकेश कुमार सिंह, प्रभारी प्राचार्य दिनेश कुमार, प्रभारी अधीक्षक डा. नगीना चौधरी, डा. आलोक कुमार निरंजन, आईटी मैनेजर तरूण कुमार, अधीक्षक के पति इंजिनियर रंधीर भगत, पुत्री डा. ऋचा कुमारी, नतनी साध्वी कुमारी को मिथिला परंपरा के अनुसार पाग और शाल के साथ सम्मानित किया। मौके पर आपातकालीन प्रभारी, डा. प्रिय रंजन भास्कर, डा. विरेन्द्र कुमार, डा. पीके मधुकर, डा. संतोष  कुमार भगत, डा. संजीव कुमार भारती, डा . साहिल रंजन, डा. संतोष कुमार, डा. निरज कुमार, डा. सुमित सुमन, डा. प्रमोद कुमार, डा. नितिश कुमार, डा. अविनाश कुमार, डा. अनुज कुमार, डा. रमण कुमार, डा. मनोहर कुमार, जीएनएम शहजादी प्रवेज, खुशबू कुमारी, प्रभात कुमार, रेणु  कुमारी, लेखपाल नीलकमल, मणिकांत आजाद, जयंत कुमार, गजेंद्र कुमार, कार्यपालक सहायक साक्षी कुमारी, कुंदन कुमार, संदीप कुमार, रतन कुमार, अर्चना कुमारी, सभी जीएनएम, गार्ड और सफाई कर्मचारी के साथ अन्य कर्मी मौजूद थे।

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