कोशी तक/सिंहेश्वर मधेपुरा
भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के अभियंत्रण महाविद्यालय में 6 महीने पहले किसी बात को लेकर स्थानीय युवाओं और महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों के बीच मारपीट हुई थी। मारपीट के बाद स्थानीय युवाओं के खिलाफ सिंहेश्वर थाने में आवेदन देकर कारवाई की मांग की गई थी। 6 महीने पहले हुई मारपीट के दौरान चली गोली की शिकायत पर भी कोई कारवाई नहीं हुई। इससे स्पष्ट है कि इस घटना को अंजाम वाले या तो ऊंची रसूख वाले हैं या फिर पुलिस इस मामले में दिलचस्पी नहीं ले रही है। बहरहाल जो भी हो पुलिसिया कार्रवाई नहीं होते देख स्थानीय युवाओं का मनोबल सातवें स्थान पर है। जो बुधवार को सामने आ गया और एक बार फिर महाविद्यालय के सामने चाय पी रहे छात्रों पर स्थानीय लोगों ने मारपीट की घटना को अंजाम दे दिया। मारपीट के कारण छात्र हमेशा दहशत में रहते हैं जिसके कारण अपनी पढ़ाई ढंग से नहीं कर पा रहे हैं।
पिछले साल विश्वविद्यालय खेल कूद के दौरान भी लड़की छेड़खानी के मामले में मारपीट की घटना हुई थी। यदि पुलिस पहले कारवाई कर घटना में शामिल युवाओं पर कारवाई करती तो महाविद्यालय दागदार होने से बच जाता और पुलिस के प्रतिष्ठा पर भी कोई आंच नहीं आता। बुधवार को देर शाम छात्रों का सड़क जाम करना काफी मजबूरी में उठाया गया कदम बताया जा रहा है। सड़क जाम कर रहे एक छात्र ने बताया कि स्थानीय युवाओं के द्वारा बार बार जलील किया जा रहा है। दूसरी बात ये है कि यहां नशेड़ियों का अड्डा बना रहता है। जिसके कारण महाविद्यालय से बाहर निकल कर घूमना भी परेशानी का सबब बन जाता है। हालांकि पुलिस ने कारवाई कर कई नशेड़ी और कारोबारी को गिरफ्तार भी किया है। लेकिन आज की घटना ने तो हद ही कर दिया। सभी छात्र पढ़ाई करें या हक की लड़ाई के लिए सड़क पर उतरे। छात्रों ने कहा हमें पढ़ाई करने दिया जाए और कानून उन्हें संरक्षण दे। पुलिस सूत्र की माने तो पिछले बार हुई घटना में गोली चलाने के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था साथ ही अभियंत्रण महाविद्यालय के कुछ छात्रों के ऊपर भी प्राथमिक दर्ज कराई गई थी जिसमें सभी छात्रों ने न्यायालय से जमानत भी करा चुका है।
छात्रों ने पुलिस चौकी की मांग दोहराई।
छात्रों ने यह भी बताया की यहा बीएनएमयू विश्व विद्यालय, जेएनकेटी मेडिकल कालेज और इंजिनियरिंग कालेज के बाबजूद बार बार घटना के बाद भी यहा पुलिस चौकी देने की मांग पर कागजी खानापूर्ति कर ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। इससे पहले भी पुलिस चौकी के लिए जगह देखा गया था। लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नही हुआ है।
नशेड़ी और नशा के कारोबारियों का है स्वर्ग।
मेडिकल कालेज और इंजिनियरिंग कालेज के साथ साथ बीएनएमयू का नार्थ कैंपस नशेड़ियों और नशा के कारोबारियों के लिए स्वर्ग बन गया है। हालांकि पुलिस के द्वारा यहा लगातार नशा के कारोबारियों पर कारवाई की जा रही है। लेकिन जब तक पुलिस आती है नशा कारोबारी गायब हो जाते हैं। वही नशेड़ियों के कारण वहा पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को भी काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ता है। एनएच 106 बीच सड़क को जाम कर बैठे छात्र
दो घंटे तक एनएच 106 को रखा जाम
इस तरह के मामले को लेकर छात्रों ने करीब दो घंटे से अधिक सड़क को जाम रखा। इस बीच सदर थानाध्यक्ष ने मामले पर खेद जताते हुए छात्रों को भरोसा दिलाया कि मामले की जांच की जाएगी। यदि आप सब जाम नहीं हटाते हैं तो कारवाई की जा सकती है। उसके बाद स्थानीय थानाध्यक्ष बिनोद कुमार सिंह के लिखित आश्वासन के बाद जाम को हटाया। इससे पूर्व छात्र स्थल पर एसपी और डीएम के आने की मांग कर रहे थे।