छात्रों को नहीं मिल रहा मध्याह्न भोजन। शिक्षक की लेट लतीफी से तंग ग्रामीणों ने विधालय में जड़ा ताला।

Dr.I C Bhagat
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विधालय के गेट पर ताला जड़ कर विरोध कर रहे छात्र और ग्रामीण विधालय में ताला जड़ने के बाद बाहर में खड़े ग्रामीणों के साथ शिक्षक 

कोशी तक/सिंहेश्वर, मधेपुरा 

प्रखंड क्षेत्र के जजहट सबैला पंचायत स्थित वार्ड नंबर 7 के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मंसूरी टोला में ग्रामीण ने विद्यालय के प्रधानाचार्य पर समय से विधालय नही आने, शौचालय की साफ सफाई और मध्याह्न भोजन में अनियमितता का आरोप लगाते हुए विधालय के गेट पर ताला जड़ दिया। ग्रामीणों का आरोप है  की विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति करीब महज एक सौ से डेढ सौ के बीच होती है। लेकिन खाना महज उसका आधा आता है। जबकि मध्याह्न भोजन देने वाले संस्था का कहना है की प्रत्येक दिन ढाई सौ छात्रों को भोजन दिया जा रहा है।  सकूल के अध्यक्ष सह वार्ड सदस्य मो कबीर ने कहा की भोजन के अलावा शौचालय में कचरा फैला रहता है। जिसके कारण छात्राओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं विद्यालय में शिक्षक समय पर नहीं आते हैं।  जबकि शिक्षक के नियत समय पर आने के लिए बिहार सरकार के शिक्षा अपर सचिव केके पाठक लगातार स्कूलों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं। ताकि शिक्षा के स्तर को मजबूत किया जा सके। लेकिन उत्क्रमित मध्य विद्यालय की स्थिति काफी बदतर है।विधालय के दोनों शौचालय की साफ सफाई की स्थिति 

 गांव के ही मो शमशेर, रईस उद्दीन आदि ने कहा कि विद्यालय में पूर्व के प्रधानाध्यापक द्वारा सारी चीजे समय पर मुहैया करा दी जाती थी। उनके कार्यकाल में शिक्षा भी बेहतर ढंग से दिया जा रहा था। लेकिन वर्तमान के प्रधानाचार्य ओम प्रकाश के द्वारा कोई भी काम विद्यालय के लिए नहीं किया जा रहा है। खेलने की सामग्री टूट चुकी है, विद्यालय का रंग रोगन नहीं हुआ है। अध्यक्ष और ग्रामीण के सहयोग से मोटर और चापाकल लगाया गया है। ऐसे में स्कूल प्रबंधन का क्या काम बच जाता है। उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 453 नामांकित थे। जिसमें 48 बच्चों का नाम काट दिया गया है। जिसकी सूची विधालय नही दे पा रही है। अब 405 छात्र नामांकित है। जिसमें उपस्थिति मात्र आधे से भी कम है। जबकि शिक्षा अपर सचिव का निर्देश है कि विधालय में 50 प्रतिशत से कम की उपस्थिति नही हो। विधालय में छात्र छात्राओं के शौचालय की तो छोड़िए महिला शिक्षिका को भी चापाकल के पास शौच करना पड़ता है। उमवि मंसुरी टोला के एचएम ओम प्रकाश 

प्रधानाध्यापक ओम प्रकाश का कहना है कि वे भय के माहौल में काम कर रहे हैं । जिसके कारण कुछ भी करने में सफल नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कहा एक बात बता रहे हैं यहा सरकार का कोई फंड नही और हम सरकार को 75 हजार डोनेट करने जा रहे हैं। अभी हम कुछ भी बताने में असमर्थ हैं। बाद में विस्तार से बता देंगे।

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