मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा में नई शिक्षा नीति पर नौ दिवसीय सेमिनार प्रारंभ

 

श्री कृष्णा विश्वविद्यालय उदाकिशुनगंज के कुलपति डा. अशोक कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किए सेमिनार का किया उद्घाटन 


नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रमों को लेकर तैयार की गई सेमेस्टर प्रणाली की दी गई विस्तृत जानकारी।


सिंहेश्वर मधेपुरा।


बिहार सहित पूरे देश में लागू की गई नई शिक्षा नीति अंतर्गत सभी कालेज शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के साथ साथ सभी छात्र छात्राओं को भी पाठ्यक्रमों की विस्तृत जानकारी देने के उद्देश्य से मधेपुरा कालेज मधेपुरा के बिन्देश्वरी बाबू सभागार में  सेमिनार का आयोजन किया गया। मधेपुरा कालेज मधेपुरा के संस्थापक पूर्व प्राचार्य सह श्री कृष्णा विश्वविद्यालय उदाकिशुनगंज के कुलपति डा.अशोक कुमार एवं मधेपुरा कालेज मधेपुरा के उपाचार्य डा.भगवान कुमार मिश्रा ने दीप प्रज्वलित कर सेमिनार का उद्घाटन किया।यह सेमिनार आगामी 20 अक्टूबर तक चलेगा। इस अवसर पर कुलपति डा. अशोक कुमार ने कहा कि भारत सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत पढाई करने वाले छात्र छात्राओं के लिए रोज परक पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों द्वारा उक्त पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं सेमेस्टर प्रणाली के तहत संचालित की जाएंगी। प्रति सेमेस्टर 6 महीने का होगा। जबकि चार वर्षीय स्नातक स्तरीय कोर्स में नामांकित छात्र छात्राओं को प्रति सेमेस्टर कुल 600 अंकों की पढ़ाई करनी पड़ेगी। विश्वविद्यालय द्वारा सेमेस्टर सिस्टम के तहत प्रति विषय के 100 अंक में से 70 अंक की परीक्षा ली जाएगी। जबकि महाविद्यालय स्तर से 100 अंक में से 30 अंक की परीक्षा 3-3 महीने पर सतत आंतरिक मूल्यांकन कार्य के जरिए ली जाएगी।सेमिनार के प्रथम दिन सभागार में उपस्थित सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों सहित उपस्थित छात्र छात्राओं को भी नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रमों को लेकर तैयार की गई सेमेस्टर प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी गई। बाद में प्रति सेमेस्टर अंतर्गत महाविद्यालय द्वारा संचालित किए जाने वाले सतत आंतरिक मूल्यांकन सीआईए कार्य के संबंध में जानकारी दी गई। 

सेमिनार में भाग लेते लोग 

जन्तु विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. ब्रजेश मंडल, दर्शनशास्र विभाग के शिक्षक डा.कामेश्वर यादव, गणित विभाग के शिक्षक प्रो.अरविन्द कुमार एवं प्रो. सोनी सहाय ने मामले को स्पष्ट करते कहा कि नामांकित छात्र छात्राओं को सीआईए अंतर्गत कुल 30 अंक में जहां महाविद्यालय में 75 प्रतिशत उपस्थिति के जरिए पांच अंक प्राप्त होंगे। वहीं 10 अंक सेमिनार, क्विज, प्रजेंटेशन और एसाइनमेंट के जरिए प्राप्त होंगे। जबकि 15 अंक में 5 अंक वस्तुनिष्ठ  प्रश्न के जरिए और 10 अंक  सैद्धांतिक परीक्षा के आधार पर प्राप्त होंगे। सेमिनार में महाविद्यालय प्रबंधन की ओर से जानकारी देते कहा गया कि नई शिक्षा नीति के तहत वर्तमान में स्नातक प्रथम वर्ष में नामांकन लेने वाले छात्र छात्राओं को विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित 2 से 6 नवम्बर के बीच आयोजित की जाने वाली प्रथम सेमेस्टर के सीआईए परीक्षा में सम्मिलित होना होगा।सेमिनार में महाविद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के साथ साथ छात्र छात्राएं भी उपस्थित थीं।

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