छात्राओं को जागरूक करने केलिए गीत संगीत और 'बेटी संघर्ष गाथा' नुक्कड़ नाटक का किया मंचन।


बेटियों की शिक्षा के लिए जागरूक करते कलाकार 
बेटियों की शिक्षा के लिए नुक्कड़ नाटक का मंचन करते 


सिंहेश्वर मधेपुरा 


गुरुवार को जिला मुख्यालय के राजकीय कन्या मध्य विद्यालय में महिला एवं बाल विकास निगम बिहार एवं डीएम विजय प्रकाश मीणा के निदेशानुसार जिला प्रशासन मधेपुरा द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत पौधा रोपण सहित गीत संगीत नुक्कड़ नाटक का कार्यक्रम आयोजित किया गया। छात्राओं को संबोधित करते हुए डीपीओ रश्मि कुमारी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सहित बालिकाओं के अधिकार, सुरक्षा शिक्षा के बारे में बिस्तर से बताया और उन्हें जागरूक भी किया। दो दिवसीय कार्यक्रम में रंगकर्मियों ने समाज में लिंग असंतुलन के प्रतिकूल प्रभावों के बारे में लोगों को अपने गीत नृत्य और नुक्कड़ नाटक के जरिए जागरूक किया। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से छात्र छात्राओं के बीच कई कार्यक्रम आयोजित किए ताकि दर्शकों के बड़े वर्ग को जागरूक बनाया जा सके। नाटक में शिशु बालिका से संबंधित मुद्दों तथा उन्हें अपने जीवन काल में जिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कलाकारों ने अपने जीवंत प्रस्तुति के माध्यम से दिखाया। सृजन दर्पण के सचिव बिकास कुमार लिखित और निर्देशित नुक्कड़ नाटक 'बेटी  संघर्ष गाथा' की संदेश मूलक मंचन जरिए रंगकर्मियों की टीम ने लिंग अनुपात में सुधार, कन्या भ्रूण हत्या को खत्म करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में जाकर गीत नृत्य और नाटक के माध्यम से जानकारी दे रहे हैं। नुक्कड़ नाटक की शुरुआत बच्चे के जन्म के समय गीत से शुरू हुआ। नाटक के मुख पात्र संघर्ष ने मेहनत से कमाया पैसा से अपनी बेटी को पढ़ाना चाहते हैं। समाज में लड़कियों के प्रति भेदभाव को यह मंचन दर्शाता है। जबकि एक अन्य पात्र गाथा, एक व्यक्ति, को अपनी बेटियों को स्कूल भेजने से रोकने की कोशिश भी करता है। वह उस पर ध्यान नहीं देता और अपनी बेटी को उच्च शिक्षा प्राप्त करने की अनुमति देता है। बाद में लड़कियों ने बेहतर नौकरियां पाकर गांव में  मिसाल कायम की। रंगकर्मियों का कहना है कि नाटक का उद्देश्य लोगों के बीच यह संदेश फैलाना है कि लड़कियां अभिशाप नहीं हैं। और वे वह सब काम कर सकती हैं जो एक लड़का कर सकता है। इसलिए लड़कियों को अपनी योग्यता साबित करने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करने की  आवश्यकता है। इस अवसर पर स्कूल परिसर में पौधा रोपण भी किया गया वहीं छात्राओं बीच कई विधा के प्रतियोगिता भी आयोजित हुई। सभी विधा के विजेता प्रतिभागी को जिला प्रशासन के ओर से पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राओं मौजूद थी।

बेटी पढ़ाओ जागरूकता अभियान का सचित्र चित्रण करते 

इसमें रंगकर्मी विकास कुमार, रंजीत कुमार, सौरभ कुमार, शंकर कुमार, रामप्रसाद कुमार, त्रिभूवन कुमार, निशा प्रभाकर, पल्लवी कुमारी, सृष्टि कुमारी, पूजा कुमारी, चाहत प्रिया और निशु प्रिया ने अपने अभिनय से संदेश मूलक प्रस्तुति दी। इस अवसर पर केन्द्र प्रशासक कुमारी शालिनी, जिला मिशन समन्वयक मो. इमरान आलम, विधालय के प्रधानाध्यापक रिमझिम, शिक्षक विधा भारती, प्रमिला भारती, नुतन कुमारी मौजूद थे।

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