आलमनगर मधेपुरा
कन्हैया महाराज की रिपोर्ट
बिहार के मधेपुरा जिले के आलमनगर प्रखंड अंतर्गत कुंजोड़ी पंचायत वार्ड नंबर 7 और 8 स्थित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कुंजोड़ी सुलेमान टोला एवं प्राथमिक विद्यालय ब्रह्म ज्ञानी टोला में जर्जर चचरी से पार करके सेंकड़ों बच्चे जान जोखिम में डाल कर प्रतिदिन विद्यालय आते जाते हैं। गांव में विद्यालय जाने के लिए एक मात्र सहारा यह जर्जर चचरी पुल हीं है। विद्यालय आने जाने वाले बच्चों ने बताया कि बरसात के मौसम में नहर में अत्यधिक पानी रहता है। जिसके कारण विद्यालय आने-जाने में काफी परेशानी होती है। विभाग के अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों को कई बार पत्र प्रेषित किया गया लेकिन अबतक उस पर पुल नहीं बन पाया है। जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा पुलिया नहीं बनाने पर ग्रामीणों ने बच्चों को आने जाने के लिए कुछ दिन पहले एक चचरी पुल का निर्माण कर दिया था। जो अब टूटने के कगार पर है। कहीं कहीं तो बांस का बना हुआ बत्ती भी टूटने लगा है। जिससे घटना की आशंका बढ़ रही है। एक कहावत है सैया भेल कोतवाल तो डर काहे का, ठीक वही मुहावरा आज सामने आ रहा है। कोई जनप्रतिनिधि देखने तक नहीं आ रहे हैं। वहां के स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि मधेपुरा के शिक्षा मंत्री बनने पर मुझे खुशी हुई थी। कि अब विद्यालय जाने के लिए पुल पुलिया का निर्माण हो जाएगा। मगर वह सपना पूरा नहीं हो पाया। बरसात के मौसम में मूसलाधार बारिश के कारण चचरी पुल पूरी तरह से जर्जर हो गया है। पानी के दबाव में चचरी पुल की स्थिति काफी खराब हो गई है। इसके बावजूद बच्चे जान जोखिम में डाल कर जर्जर चचरी से होकर विद्यालय आ और जा रहे है। गांव के अभिभावकों ने बताया कि कई बार तो बच्चे नहर में गिर भी चुके हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार पुल का निर्माण नहीं कर रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों को लिखित शिकायत भी की है। लेकिन अभी तक सिर्फ आश्वासन हीं मिल पाया है।
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