मृतक के परिजन एवं कुछ ग्रामीणों ने थाना पहुंचकर किया आक्रोश प्रकट। क्षेत्र में लोग पूछ रहे हैं रात के अंधेरे में पुलिस प्रशासन को आनंद फानन में शव को क्यों जलाना पड़ा।
मुरलीगंज मधेपुरा
मुरलीगंज थाना क्षेत्र के जीतापुर पंचायत स्थित चामगढ नहर पर रविवार की रात्री अपराधियों ने पान दुकानदार को गोली मार कर हत्या कर दी थी। बताया गया कि अर्जुन ऋषिदेव अन्य दिनों की तरह अपने पान दुकान पर बैठे व्यवसाय कर रहे थे। शाम के समय करीब सात बजे दो बाइक पर सवार चार युवकों से अर्जुन ऋषिदेव से हल्की नौंक-झोंक हुई। इसी दरमियान एक युवक ने पिस्टल निकालकर अर्जुन ऋषिदेव को गोली मार दी। गोली मारने के बाद चारों अपराधी घटना स्थल से भाग निकले। आनन-फानन में स्थानीय युवकों ने जख्मी युवक को बेहतर इलाज के लिए कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज मधेपुरा में पहुुंचाया था।जहां इलाज के दौरान दुकानदार की मौत हो गयी थी। चामगढ़ नया टोला मुसहरी वार्ड नंबर 7 निवासी अर्जुन ऋषिदेव सातेन ऋषिदेव का पुत्र था। लोग हत्या का कारण जमीनी विवाद बता रहे हैं। स्वजनों के अनुसार कुछ दिनों पहले पड़ोस के लोगो से जमीन को लेकर विवाद हुई थी। हो सकता है इसी को लेकर अर्जुन ऋषिदेव की हत्या कराई गई है। हालांकि हत्या के कारण का पता पुलिस अनुसंधान में ही पता चल पाएगा। पुलिस ने दुकानदार की हत्या में गांव के ही कुछ युवकों पर संदेह जताया है। मुरलीगंज के थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल ने घटनास्थल का जायजा लेते हुए कहा कि अपरधियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। उन्होंने घटना के विभिन्न बिन्दुओं पर छानबीन शुरू कर दी है।
परिजनों ने लगाया आरोप, पुलिस रात के अंधेरे में जबरदस्ती जला दी शव।
मृतक के परिजन व महादलित टोला के दर्जनों लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया कि शव पोस्टमार्टम से आने के बाद रात में करीब चार बजे पुलिस जबरदस्ती गड्ढा खोदकर शव को जला दिया। जबकि मृतक के ज्येष्ठ पुत्र घर पर भी नहीं थे। मृतक अर्जुन ऋषिदेव के छोटे पुत्र अमरेश कुमार ने बताया कि हमे जलाने से मना कर रहे थे। तो पुलिस शव के पास जबरदस्ती हमको ले के वहां गए। लेकिन आग पुलिस वाले अपने से ही लगा दिए। वहीं परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस अपराधी से मिले हुए हैं। इसलिए आनन फानन में शव को जला दिया गया।
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