सिंहेश्वर मधेपुरा
अठारह अगस्त को बीएनएमयू में होने जा रहे पांचवे दीक्षांत समारोह की तैयारी अंतिम चरण में चल रही है। जिसको लेकर सबों में उत्सुकता है। वाम छात्र संगठन एआईएसएफ ने दीक्षांत समारोह के आयोजन को लेकर विश्वविद्यालय को संगठन की ओर से पत्र लिखकर बधाई दिया है। साथ ही कुछ बिंदुओं पर पहल करने की मांग की है। कुलपति को लिखे पत्र में हर्ष वर्धन राठौर ने कहा है कि शिक्षण संस्थान किसी भी शैक्षणिक संस्थान का महापर्व होता है। और छात्रों के लिए बहुप्रतीक्षित भी।इसलिए विश्वविद्यालय का यह दायित्व बन जाता है। कि इसे हर स्तर पर यादगार बनाने की पहल हो। लिखे पत्र में राठौर ने कहा कि दीक्षा भाषण किसी भी दीक्षांत समारोह का मुख्य आधार और आकर्षण होता है इस लिए दीक्षा भाषण किसी नामचीन विद्वान हस्ती,महामहिम कुलाधिपति अथवा बड़े हस्ताक्षर से करवाया जाए। वहीं राठौर ने आगाह किया कि बीएनएमयू पिछले दीक्षांत में दीक्षा भाषण वाली गलती न दोहराएं जिससे राजभवन से लेकर सरकार तक बीएनएमयू की किरकिरी हुई थी। एआईएसएफ नेता राठौर ने कुलपति से मांग किया है कि इस पर गम्भीरता से पहल करते हुए किसी विद्वान हस्ती को बुलाया जाए जिससे दीक्षांत समारोह में शिक्षा के अंत के बाद व नए जीवन सफर के शुरुआत के पहले छात्रों को जीवन का मूलमंत्र प्राप्त हो सके। अतीत से दीक्षांत समारोह की यह परम्परा भी रही है। राठौर ने उम्मीद जताई कि विश्वविद्यालय इस पर गम्भीर पहल करेगी।
गोल्ड मेडलिस्ट को मिले उचित सम्मान
राठौर ने कुलपति को लिखे पत्र में दर्शाया है कि गोल्ड मेडल पाना किसी भी छात्र के जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि होती है इस लिए उसे उस स्तर का सम्मान मिलना चाहिए। गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों को महामहिम राज्यपाल द्वारा सम्मानित करने की पहल होनी चाहिए जो पिछले दीक्षांत में नहीं हो सका था। जिसके कारण विशेषकर गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों ने काफी नाराजगी जताई थी। वहीं राठौर ने कुलपति से आग्रह किया है कि गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों की कॉपी बीएनएमयू के वेबसाइट पर लोड करवाया जाए। जिससे अन्य छात्रों को भी बेहतर करने की प्रेरणा मिले। इस संबंध में राठौर कुलपति को लिखे पत्र की प्रतिलिपि सिंडिकेट सदस्यों को भी भेजा है और संबंधित मांगों के समर्थन में आगामी सिंडिकेट में आवाज उठाने का आग्रह किया है।
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