जेएनकेटी मेडिकल कालेज से बिजली सहित अन्य समस्यों की मिल रही शिकायत पर भाजपा मधेपुरा जिलाध्यक्ष दीपक कुमार ने अपनी टीम के साथ मेडिकल कॉलेज पहुंच कर इसकी जानकारी ली। वहा पहुंचने के बाद टीम के सदस्य उस समय हतप्रभ रह गयेजब देखा वहां वाशरूम से इतना बदबू दे रहा था। लोगों को वहा खड़ा रहना मुश्किल हो रहा था। जिसके कारण यहा इलाज कराने आने वाले मरीजों को बिमारी ठीक होने की जगह रोज नई बीमारी उत्पन्न हो सकता है। इस बाबत भाजपा जिलाध्यक्ष श्री कुमार ने बताया की सोमवार की रात मेडिकल कॉलेज में जिस वक्त बिजली गुल हुई उस समय मेडिकल कॉलेज के विभिन्न वार्डों में ढाई सौ के करीब मरीज भर्ती थे। ये बड़े भाग्य की बात है की इस दौरान कोई बड़ी घटना नहीं हुई। हालांकि करीब 7 घंटे के ब्लैक आउट के दौरान मरीज के परीजन सरकारी कर्मचारी के संग इधर उधर भागते और दौड़ते देखे गए। यह 7 घंटा मरीजों के लिए पहाड़ के समान बीतता रहा। गर्मी से बेहाल मरीज अपनी जान बचाने के लिए लगातार परिजनों की ओर आशा भरी निगाहों से देखते रहे। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा मेडिकल कॉलेज तो बना दिया गया लेकिन सुविधा के नाम पर कमी ही कमी है। एक तो मेडिकल कालेज रेफरल मेडिकल कालेज के रूप में मशहूर हो गया है। यहा मरीजों को पीएचसी और सीएचसी की तरह रैफर कर ताली बजाने और पीठ थपथपाने का में महारत हासिल है। अब भी काफी काम करना शेष है। वही मरीज के परिजन बबलू ठाकुर से हालचाल पुछने पर बताया कि यहा का शौचालय शौच जाने लायक नहीं है। बाहर का सहारा लेना पड़ता है। इस मामले में उन्होंने तत्काल मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट मालती कुमारी से मिलकर उक्त समस्या के समाधान हेतु कार्यवाही सुनिश्चित करने की बात कही। भाजपा जिलाध्यक्ष श्री कुमार ने कहा कि तीन साल पूर्व साढ़े आठ सौ करोड़ की लागत से बने जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज आज भी मुलभुत मौलिक सुविधाओं से कोसो दूर हैं। जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज को लेकर कई बार मिडिया के माध्यम से यहां की समस्या से अवगत कराया जाता रहा है। लेकिन मेडिकल कॉलेज प्रशासन सुधरने की जगह बड़े कारनामे कर गुजरता है। सरकार और इसे बनाने वाली कंपनी दावा करती फिर रही है कि उक्त मेडिकल कॉलेज वर्ल्ड क्लास का मेडिकल कॉलेज है। मेडिकल कॉलेज में बिजली की समस्या से उबल रहे मरीजों को देखते हुए स्थानीय स्तर पर जेनरेटर की व्यवस्था की गई। उसके बाद इमरजेंसी वार्ड, ऑपरेशन थियेटर, बल्ड बैंक सहित विभिन्न वार्डों में बिजली सेवा बहाल की जा सकी। हालांकि बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए बिजली विभाग के आलाधिकारी और टेकनिशियन लगातार काम कर रहे हैं। टीम में जिला आईटी सेल संयोजक अरविन्द मिश्रा, सिंहेश्वर मंडल अध्यक्ष संतोष मल्लिक, महामंत्री सुभाष चौहान उपस्थित थे।
भीषण गर्मी में 7 घंटे बिजली गुल, संवेदनहीन रहा मेडिकल कॉलेज के प्रशासन।
अगस्त 01, 2023
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