सिंहेश्वर मधेपुरा
देवाधिदेव महादेव के मंदिर में सावन के बीच में पड़ने वाले अधिक मास के दूसरी सोमवार को लगभग 75 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा का जलाभिषेक किया। भीड़ के कारण श्रृद्धालु अरघा के माध्यम से ही जालाभिषेक किया। बताया गया कि सोमवार के अहले सुबह लगभग साढ़े चार बजे सरकारी पुजा के बाद बाबा का पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। जिसके बाद से ही शिव भक्तों ने बाबा के जयकारे के साथ पूजा- अर्चना करना शुरू कर दिया। यह सिलसिला पूरे दिन चलता रहा। इस बीच दोपहर तक उमस भरी गर्मी के बाद श्रद्धालु हल्की बारिश में पूजा- अर्चना करते रहे। यह भी बताया गया कि देवाधिदेव महादेव की पूजा अर्चना के लिए सिंहेश्वर धाम पहुंचने का सिलसिला सालों भर चलता रहता है। इसमें कुछ खास तिथियों को पूजा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में होती है। जिसे संभाल पाना काफी मुश्किल होता है। इस खास तिथि में एक माह का सावन भी आता है इस माह के रविवार और सोमवार को श्रद्धालुओं की संख्या काफी ज्यादा हो जाती है। लेकिन इस वर्ष मामला थोड़ा उल्टा पड़ गया है। सावन माह 30 की जगह 59 दिनों का हो गया है. और इसमें सोमवार आठ हो गया है। इसमें भी एक पेंच फंस गया कि सावन की शुरुआत के बाद दो सोमवार सावन में हो गया जबकि इसके बाद 4 सोमवार अधिक मास की हो गया। इस अधिक मास में दूसरी सोमवार को भी श्रद्धालुओं की संख्या सावन की सोमवार के अपेक्षा काफी कम रही। वैसे तो सावन माह में बाबा के गर्भ गृह का पट लगभग एक से डेढ़ बजे के बीच खुलता है। लेकिन मलमास होने कारण जब देर रात श्रद्धालु की संख्या ज्यादा नही रही तो गर्भगृह का पट अहले सुबह खोला गया।
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सीसीटीवी निहारते मंदिर में चोरी हुई चेन व अन्य समान की |