2 घंटे तक सीएचसी सिंहेश्वर में डीएम ने किया औचक निरीक्षण।

डीएम विजय प्रकाश मीणा बुधवार को एकाएक सीएचसी पहुंच कर औचक निरीक्षण किया।

सिहेश्वर : नगर पंचायत स्थित सीएचसी सिंहेश्वर का डीएम विजय प्रकाश मीणा बुधवार को एकाएक सीएचसी पहुंच कर औचक निरीक्षण किया। डीएम के पहुंचने के साथ ही पूरे अस्पताल प्रशासन में खलबली मच गई। डीएम ने लगभग 2 घंटे तक एक के बाद एक पूरे अस्पताल के विभिन्न विभाग को खंगाल डाला। अनुपस्थित चिकित्सक और कर्मियों की हाजरी को अनुपस्थित किया।  इस भीषण गर्मी में डीएम श्री मीणा के सवालों से सीएचसी में सभी कर्मचारियों के पसीने छूटते रहे। सबसे पहले डीएम कोल्ड चेन विभाग में गए जहां एएनएम प्रीति कुमारी से काफी देर तक वैक्सीन के बारे में पूछताछ की।      जिसके बाद ओपीडी कक्ष में पहुंचकर चिकित्सक से ड्रेस कोड का पालन करने का निर्देश दिया।          वही दंत चिकित्सक रूपा कुमारी से पूछताछ के बाद अपने दांतों का रेगुलर चेकअप भी करवाया।  हालांकि इस बीच ओपीडी कक्ष में आने वाले पीले पानी को देख पानी की व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया। इस बीच प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार ने बताया की आयरन कटर अस्पताल में लगा हुआ है लेकिन वह जल्दी जल्दी खराब हो गया है। इसके बाद स्त्री परामर्श कक्ष में पहुंच पूछताछ की गई।  एक्सरे रूम में एक्सरे टेक्नीशियन घनश्याम चौपाल से पुछताछ के दौरान बताया     डीजीटल मशीन से एक्सरे होता है। डीएम ने सीएस मिथलेश कुमार ठाकुर को कंप्यूटराइज्ड मशीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। और फिर डीएम छत की तरफ जा कर छत से पानी निकासी की जानकारी लेने के साथ इसे भी दुरुस्त करने का निर्देश दिया। सीएचसी में संचालित लैब रूम की जांच के दौरान डीएम ने असंतोष जाहिर करते हुए इसे व्यवस्थित      व आधुनिक तकनीक से लैस करने का निर्देश दिया।  उसके बाद दवा भंडार का निरीक्षण के दौरान स्टोर इंचार्ज एएनएम पुष्पा कुमारी को दवा को व्यवस्थित करने का निर्देश दिया। तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार को स्टोर को अन्यत्र करने का निर्देश दिया। वहीं आयुष्मान भारत के आपरेटर शुशांत कुमार को आयुष्मान कार्ड बनाने की कमजोर रफ्तार को शत प्रतिशत करने का निर्देश दिया। एमसीडी विभाग के जांच में एएनएम के रिकार्ड को दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। लेबर कक्ष में गर्भवती महिलाओं का अद्यतन रिकार्ड की जांच की। सभी वार्ड में पंखा लगाने का निर्देश दिया। 

वहीं उसके बाद डीएम ने पोषण पुनर्वास केंद्र का सघन पूछताछ सीबीसी रूपेश कुमार और जीएनएम विनोद कुमावत, दीपक शर्मा और राकेश यादव से की। उन्होंने कुपोषण के बारे विस्तार से जानकारी ली। केंद्र में भर्ती 10 कुपोषित बच्चों में से एक शिशु का वजन और उसको दिया जाने वाला भोजन चार्ट की जानकारी ली। भर्ती बच्चों की माताओ से पोषण केंद्र के व्यवस्थाओं का फीडबैक भी लिया। एनआरसी के रसोईघर की जांच की। और बाथरूम में टूटे हुए दरवाजे को अविलंब बदलने का निर्देश दिया। हालांकि एनआरसी की व्यवस्था से डीएम संतुष्ट नजर आ रहे थे। और फिर डीएम आउट सोर्सिंग की व्यवस्था को देख नाराजगी जाहिर की। गार्ड रूम में भोजन बनाने वाले घर से नाखुश नजर आए।  तथा बारिश के पानी भी टपकने की बात सामने आई। स्थिति को देखते हुए किचन को दुसरी जगह सिफ्ट करने का निर्देश दिया। यह भी कहा की आउटसोर्सिंग का रुपया काट कर पेमेंट करे। इस बीच स्थानीय लोगों ने डीएम से मुलाकात कर सीएचसी सिंहेश्वर में एक महिला चिकित्सक की मांग की। 


वही लौटते वक्त गेट पर आशा कार्यकर्ताओं ने डीएम के काफिले को रोक कर अपनी मांगों को लेकर एक आवेदन दिया।  मौके पर एसडीओ धीरज कुमार, एसएमओ अब्दुस सलाम, डीआईओ विपीन गुप्ता, डीपीएम प्रिंस राय, कंचन कुमारी, आयुष्मान का डीसी रंजीत कुमार, डॉ एसएन यादव, बीसीएम अंजनी कुमारी, लेखापाल अमित सिन्हा, निखिल कुमार, सन्नी कुमार मौजूद थे.



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