कोशी तक/सिंहेश्वर मधेपुरा
मैट्रिक परीक्षा के एडमिट कार्ड नहीं आने के बाद प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय की छात्राओं ने पहले रोड नंबर 18 और उसके बाद मुख्य बाजार में राष्ट्रीय राजमार्ग 106 को जाम कर घंटों बवाल काटा। स्कूल की छात्राओं का आरोप था कि उन्होंने सबकुछ समय पर जमा करा दिया था बावजूद इसके उनका एडमिट कार्ड नहीं आया। जिसके कारण उनका एक साल बर्बाद हो जाएगा। इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। विद्यालय के 123 छात्राओं का एडमिट कार्ड नहीं आया है। जिसमें 57 रेगुलर 66 पिछले वर्ष का है।
424 छात्रा है विधालय में नामित।
प्रोजेक्ट बालिका माध्यमिक विद्यालय में 424 छात्र हैं जिनमे 301 छात्रों का एडमिट कार्ड आ गया है जो 15 फरवरी से आयोजित होने वाली मैट्रिक बोर्ड की परीक्षा में शामिल हो सकेगी। जबकि 123 छात्राओं का एग्जाम अप्रैल में लिया जाएगा ऐसा बिहार बोर्ड ने अधिसूचना जारी किया है। लेकिन सूत्र की माने तो जो बच्चे एग्जाम से वंचित रह गए हैं उनका एग्जाम परीक्षाफल आने के बाद ऐसे कंपार्टमेंटल परीक्षा के छात्रों के साथ लिया जाएगा जो किसी दो विषय में अच्छे अंक नहीं ला सके हैं। एनएच 106 पर आवागमन को ठप करती सड़क पर बैठी छात्राएं
विधालय की छात्रा हुई आहत
जाम कर रही कई छात्रा का कहना था कि वे लड़की हैं इसलिए उनके परिजन नहीं चाहते हैं कि वे पढ़ाई करने जाय। यदि वे समय पर एग्जाम नहीं दे पाएंगे तो अभिभावकों को समझाना मुश्किल हो जायेगा इससे उनके छोटी बहन पर भी असर पड़ेगा। साथ ही उन्हें दो महीने पढ़ाई करने के लिए कोचिंग आना पड़ेगा। लेकिन इस दौरान कई साथी उनके साथ नहीं होंगे और परिवार के लोग उन्हें अकेले आने नहीं देंगे। समस्या बढ़ती चली जायेगी ।
स्कूल कि लापरवाही रही।
इस मामले में विद्यालय कि लापरवाही साफ दिखाई दे रही थी। विद्यालय ने सही समय पर रूपया जमा नहीं कर पाया और एचएम शांति कुमारी ने ऑनलाइन करने वाले अपने सगे पर भरोसा किया। जब छात्रों ने डमी एडमिट कार्ड डाउनलोड नहीं होने की सूचना प्रधानाध्यापिका को दिया तो उस समय भी उन्होंने तत्परता नहीं दिखाई। यदि समय रहते इस पर करवाई की जाती या बोर्ड से संपर्क साधा जाता तो ये नौबत ही नहीं आती। जिसके कारण आज 123 बच्चे का भविष्य अधर में लटक रहा है।
लापरवाह रहा विधालय प्रशासन
एडमिट कार्ड नहीं मिलने को लेकर स्कूल की छात्राओं ने पहले पानी टंकी के समीप स्कूल के पास ही प्रखंड और थाना की और जाने वाली मुख्य सड़क को जाम कर दिया। जहां एचएम शांति कुमारी, विद्यालय के अन्य शिक्षक सहित एसआई केडी यादव, कमांडो राजेश कुमार, चंदन कुमार, तनवीर आलम सहित बुद्धिजीवियों ने समझाने का प्रयास किया। लेकिन छात्रा नहीं मानी। करीब डेढ़ घंटे के जाम के बाद न्याय नहीं होता देख बच्चे एनएच 106 को मुख्य बाजार में जाम कर दिया। एनएच के जाम की सूचना मिलते ही बीडीओ आशुतोष कुमार जाम स्थल पर पहुंचकर छात्रों को समझा बुझाकर स्कूल की समस्या को स्कूल प्रबंधन के सामने हल करने की बात कह कर जाम समाप्त कराया।
बीडीओ, स्कूल प्रबंधन और छात्रों के बीच हुई बातचीत।
जाम स्थल से स्कूल पहुंचे बीडीओ आशुतोष कुमार, स्कूल प्रबंधन और छात्राओं के बीच सुलह की बात शुरू हुई। इस बीच विद्यालय प्रबंधन के द्वारा बच्चों को भ्रमित किया जाने लगा। शिक्षकों की आपसी फुट भी नजर आई। जिसके बाद बीडीओ ने कहा कि बोर्ड के निर्देश के बाद उन सभी छात्रों का एग्जाम अप्रैल में लिया जाएगा। जिसकी वैल्यू फरवरी माह में लिए गए एग्जाम के समतुल्य होगा। वहीं बीडीओ श्री कुमार के सामने स्कूली छात्राओं ने एचएम पर कई गंभीर आरोप भी लगाए। जिसे बीडीओ ने वरीय अधिकारियों को अवगत कराने की बात कही।तथा डीपीओ के आने की भी जानकारी दी। यदि एनएच को जाम करने से पहले ही वरीय अधिकारी स्कूल के समीप किए गए जाम को समझाकर समाप्त कर लेते तो शायद छात्राओं को राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करने की जरूरत ही नहीं पड़ती।
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